India US Deal: भारत के सामने झुका अमेरिका! US कंपनी GE ने सौंपा F-404 इंजन, तेजस की बढ़ेगी ताकत  

India US Deal: अमेरिका की प्रमुख कंपनी GE ने भारत को तीसरा F-404 इंजन सौंप दिया है. यह इंजन GE के F404 परिवार का हिस्सा है, जो हल्के लड़ाकू विमान में खास तौर पर इस्तेमाल होता है. यह इंजन तेजस मार्क-1A लड़ाकू विमान के विकास के लिए काफी अहम है. इससे भारत की स्वदेशी रक्षा क्षमताओं को मजबूती मिलेगी और आत्मनिर्भरता बढ़ेगी.

By Pritish Sahay | September 11, 2025 4:52 PM

India US Deal: अमेरिकी कंपनी GE ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को तीसरा F- 404 इंजन सौंप दिया है. जल्दी ही कंपनी चौथा इंजन भी भारत को सौंप सकती है. यह इंजन स्वदेशी लड़ाकू विमान LCA Tejas Mark-1A में इस्तेमाल किए जाएंगे. इससे तेजस की ताकत बढ़ेगी. HAL और  GE के बीच डील के तहत अमेरिकी कंपनी GE हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को F-400 इंजन सौंपेगी. इस इंजन की डिलीवरी से भारत की मेक इन इंडिया पहल को बल मिलेगा. तेजस Mark-1A में F-404 इंजन लगने से विमान की गति, रेंज और पेलोड क्षमता बढ़ेगी. अमेरिका के साथ भारत के रिश्तों में आई खटास के बाद इस इंजन की सप्लाई में देरी हो रही थी, हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की नरमी के बाद कंपनी ने तुरंत ही भारत को इंजन सौंप दिया. मीडिया रिपोर्ट के हवाले से खबर है कि चौथा इंजन भी सितंबर के आखिरी तक भारत आ सकती है.

इंजन सप्लाई नहीं होने से प्रोजेक्ट में हो रही थी देरी

हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने तेजस LCA मार्क-1A के दस वर्जन तैयार कर लिए हैं, लेकिन अमेरिकी कंपनी GE से इंजन मिलने में देरी के कारण काम काफी धीरे हो रहा था. लेकिन, अब जब तीसरा इंजन भारत आ गया है और चौथा टाइमलाइन में है तो उम्मीद है इससे प्रोजेक्ट में तेजी आएगी. रक्षा अधिकारियों ने भी पुष्टि की है कि चौथा इंजन इस महीने के अंत तक भारत पहुंचने की उम्मीद है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक HAL को अमेरिकी कंपनी से इस साल के अंत तक 12 GE-404 इंजन मिलने की उम्मीद है.

अमेरिकी कंपनी GE से HAL ने किया था सौदा

साल 2021 में भारत ने अमेरिकी कंपनी जीई से F-404 इंजन खरीदने के लिए करीब 716 मिलियन डॉलर का सौदा किया था. हालांकि, कंपनी की ओर से ऑर्डर पूर्ति करने में काफी देरी की गई. इससे पहले महज दो इंजन की सप्लाई ही अमेरिका से हुई है. अभी तीसरा इंजन पहुंच गया है और इसी महीने के अंत चक चौथे इंजन की आपूर्ति हो सकती है. अगर सबकुछ ठीक रहता है और बाकी इंजनों की सप्लाई तय समय पर हो जाती है तो HAL वायुसेना को इस मार्च 2026 तक 10 लड़ाकू विमानों की सप्लाई कर सकता है.

वायुसेना की बढ़ेगी ताकत

भारतीय वायुसेना लगातार अपनी ताकत में इजाफा करने में जुटी है. एयरफोर्स की योजना Mk1A और Mk2 तेजस के दोनों संस्करणों को 350 से ज्यादा फाइटर प्लेन को वायुसेना में शामिल करने की है. विमान को और ताकतवर और वजन ढोने की क्षमता में इजाफा करने के लिए HAL अमेरिकी कंपनी GE F-404 इंजन खरीद रहा है. इंजनों की समय पर सप्लाई से उत्पादन में तेजी आएगी. सबकुछ ठीक रहा तो HAL साला करीब 30 विमानों का उत्पादन कर सकता है.