India China Tension: अब सीधा युद्ध चाहता है चीन? मिसाइल के बाद एलएसी पर तैनात किये टैंक

India China Faceoff नयी दिल्ली : गलवान घाटी विवाद के बाद से भारत और चीन के बीच जारी तनाव (India China Tension) के बीच चीन (China) अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. भारत हर मोर्चे पर चीन को करारा जवाब दे रहा है. ऐसे में भी वह भारत (India) को उकसान का कोई भी मौका छोड़ नहीं रहा है. एक बार अपनी धौंस दिखाने के लिए चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर टैंक तैनात करने शुरू कर दिये हैं. ऐसा वह केवल अपनी दादागिरी दिखाने के लिए कर रहा है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 5, 2021 12:23 PM

India China Faceoff नयी दिल्ली : गलवान घाटी विवाद के बाद से भारत और चीन के बीच जारी तनाव (India China Tension) के बीच चीन (China) अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. भारत हर मोर्चे पर चीन को करारा जवाब दे रहा है. ऐसे में भी वह भारत (India) को उकसान का कोई भी मौका छोड़ नहीं रहा है. एक बार अपनी धौंस दिखाने के लिए चीन ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर टैंक तैनात करने शुरू कर दिये हैं. ऐसा वह केवल अपनी दादागिरी दिखाने के लिए कर रहा है. भारत और चीन के बीच एलएसी पर जारी तनाव से जुड़ी हर Breaking News in Hindi से अपडेट के लिए बने रहें हमारे साथ.

भारतीय सेना एलएसी पर पूरी तरह चौकस है. भारत के जवान चीन के किसी भी हिमाकत का मुंह तोड़ जवाब देने के लिए तैयार बैठे हैं. तनाव को कम करने के लिए भारत और चीन के बीच कई स्तर की वार्ताओं का आयोजन हो चुका है, लेकिन तनाव कम नहीं हुआ है. चीन कभी पाकिस्तान को तो कभी नेपाल को भारत के खिलाफ उकसा रहा है. लेकिन वह अपनी इस चाल में भी कामयाब नहीं हो पा रहा है. चीन ने मिसाइल के बाद एलएसी पर टैंक को तैनात किये जाने

पिछले दिनों एक खबर आई थी कि चीन ने हिंद महासागर के अंदर कुछ जासूस ड्रोन छोड़े हैं. अब ऐसी खबरें आ रही हैं कि चीन ने एलएसी पर पूर्वी लद्दाख में भारतीय चौकियों के सामने टैंक तैनात कर रखे हैं. वहीं भारत ने भी उसके जवाब में अपने टैंक का मुंह चीनी टैंक की ओर कर दिये हैं. चीन ने एलएसी पर भारत की कई चौकियों के सामने टी-15 टैंक की तैनाती की है, जो हल्के टैंक हैं.

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टैंकों की तैनाती से पहले चीन ने एलएसी पर अपने मिसाइलों को भी तैनात किये हैं. उसके साथ कई भारी हथियारों को भी चीन ने सीमा पर जमा किया है. ऐसा चीन ने दिसंबर 2020 में ही किया है. बता दें कि भारतीय सेना के तीनों विंग चीन को सबक सीखाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. इस नौ महीनें के गतिरोध के बीच भारतीय सेना ने अपनी ताकत को कई गुना बढ़ा लिया है.

भारत ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि अगर चीन टकराव के मूड में है तो भारत अपनी सीमाओं की रक्षा करना जानता है. सीधी लड़ाई में चीन को भारी नुकसान उठाना पड़ेगा. भारतीय वायुसेना प्रमुख आर के एस भदौरिया ने चीन मिसाइलों की तैनाती के समय ही कहा था कि चीन अगर सीधी लड़ाई करेगा तो उसका काफी नुकसान उठाना पड़ेगा. हम पूरी तरह तैयार हैं.

रक्षा मंत्री राजनाथ ने भी दी है चीन-पाकिस्तान को चेतावनी

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पिछले दिनों कहा था कि हम शांति चाहते हैं, लेकिन किसी ने भी हमें छेड़ा तो हम उसे छोड़ेंगे नहीं. राजनाथ सिंह ने कहा था कि नरम होने का मतलब यह कतई नहीं है कि कोई भी हमारे गौरव पर हमला कर सकता है और हम चुपचाप बैठ कर देखेंगे. भारत अपने स्वाभिमान को ठेस पहुंचाने वाली किसी भी चीज को बर्दाश्त नहीं करेगा. भारत कभी भी अपने गौरव से समझौता कभी नहीं करेगा.

Posted By: Amlesh Nandan.

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