सैन्यवार्ता से पहले 2 किमी पीछे हटी चीनी सेना, तंबू भी उखाड़ा, भारत ने तैनात किये सुखोई और मिराज

India China border : चीन सीमा विवाद के बीच भारत ने बॉर्डर पर बड़ी तैयारी शुरू कर दी है. भारत ने चीन सीमा के आसपास फाइटर विमान सुखोई और मिराज को तैनात किया है. यह फैसला चीन द्वारा लगातार सीमा पर बढ़ा रहे सैन्य उपकरण के बाद किया गया है. बताया जा रहा है कि भारत भी सीमा विवाद प्रकरण में एक कदम पीछे नहीं हटेगा. हालांकि भारत सीमा विवाद पर चीन के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है.

By Prabhat Khabar Print Desk | June 4, 2020 11:23 AM

नयी दिल्ली : चीन सीमा विवाद के बीच भारत ने बॉर्डर पर बड़ी तैयारी शुरू कर दी है. भारत ने चीन सीमा के आसपास फाइटर विमान सुखोई और मिराज को तैनात किया है. यह फैसला चीन द्वारा लगातार सीमा पर बढ़ा रहे सैन्य उपकरण के बाद किया गया है. बताया जा रहा है कि भारत भी सीमा विवाद प्रकरण में एक कदम पीछे नहीं हटेगा. हालांकि भारत सीमा विवाद पर चीन के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है.

वनइंडिया न्यूज के अनुसार चीन सीमा पर एयरफोर्स ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है. एयरफोर्स ने सीमा के करीब सुखोई और मिराज को तैनात कर अभ्यास शुरू कर दिया है. भारतीय सेना चीन से विवाद में किसी भी तरह की चूक नहीं करना चाहती है. सेना से जुड़े सूत्रों ने बताया कि जबतक स्थिति ठीक छहों जाती तब तक ये फाइटर प्लेन यहीं पर रहेंगे.

Also Read: भारत-चीन सीमा विवाद: 6 जून को होगी दोनों देशों के लेफ्टिनेंट जनरलों की मीटिंग

इससे पहले खबर आई कि चीन और भारत के बीच सुलह को लेकर बातचीत होगी, जिसमें दोनों देशों के सैन्य अधिकारी बातचीत के लिए बैठेंगे. इसके बाद चीन के सैनिक तकरीबन 2 किमी तक पीछे हटे और सीमा पर लगाए अपने तंबू भी उखाड़ लिए. बताया जा रहा है कि 6 जून को लेफ्टिनेंट कर्नल स्तर के अधिकारी के बीच सुलह को लेकर बातचीत हो सकती है.

पुराने नियम हो लागू- भारत ने चीन वार्ता से पहले एक ड्राफ्ट तैयार किया है. द ट्रिब्यून के अनुसार ड्राफ्ट में चीन को फिर से वापस रियल सीमा पर जाने के लिए कहा जायेगा. भारत सीमा से एक इंच भी पीछे हटने को तैयार नहीं है.

क्या है पूरा मामला- भारत ने अप्रैल के अंत में सीमा पर चीनी सैनिकों का मूवमेंट को नोटिस किया था. लद्दाख में भारत और चीनी सैनिकों के बीच पहली झड़प की खबर 5-6 मई को आयी थी. इसके बाद सैटेलाइट तस्वीरों के हवाले से सरकारी सूत्रों ने बताया कि चीनी सैनिक भारतीय सेना के पेट्रोलिंग वाले इलाकों पोजीशन बना ली है और कुछ रणनीतिक दृष्टि से अहम क्षेत्र में भी आ गए हैं.

मीडिया रिपोर्ट में खबर आयी थी कि गलवन घाटी से लेकर फिंगर-4 इलाके में भारतीय थलसेना ने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक युद्धक सामान सहित जवानों व अधिकारियों की अतिरिक्त तैनाती भी शुरू कर दी है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने पहले बताया था कि भारत चीन के साथ इस मसले को सुलझाने की कोशिश कर रहा है.

Posted By : Avinish Kumar Mishra

Next Article

Exit mobile version