Karnataka: मठ में मिली संत की लटकती हुई लाश, सुसाइड नोट ने बढ़ाई उलझन, इस कारण परेशान थे सिद्धलिंग स्वामी

नेगिनहाल गांव स्थित मठ में बसव सिद्धलिंग स्वामी का शव मिला है. इस मामले को लेकर एसपी बेलगाविक डॉ संजीव पाटिल ने कहा कि, हमें जानकारी मिली कि गुरु मदीवलेश्वर मठ के द्रष्टा बसव सिद्धलिंग स्वामी का शव लटका हुआ पाया गया. एक डेथ नोट मिला है. वायरल ऑडियो क्लिप के संबंध में उचित कार्रवाई की जाएगी.

By Agency | September 5, 2022 6:24 PM

Karnataka: कर्नाटक के लिंगायत मठ में संत का फांसी पर लटकता शव मिला है. शव मिलने के बाद से हड़कंप मच गया है. दरअसल गुरु मदीवलेश्वर मठ के द्रष्टा बसव सिद्धलिंग स्वामी का शव लटका हुआ पाया गया है. शव के साथ एक डेथ नोट भी मिला है. प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला लग रहा है. लेकिन पुलिस घटना की पूरी पड़ताल कर रही है.

फांसी पर लटका मिला शव: बता दें, नेगिनहाल गांव स्थित मठ में बसव सिद्धलिंग स्वामी का शव मिला है. इस मामले को लेकर एसपी बेलगाविक डॉ संजीव पाटिल ने कहा कि, हमें जानकारी मिली कि गुरु मदीवलेश्वर मठ के द्रष्टा बसव सिद्धलिंग स्वामी का शव लटका हुआ पाया गया. एक डेथ नोट मिला है. वायरल ऑडियो क्लिप के संबंध में उचित कार्रवाई की जाएगी. जांच जारी है.

मौत के कारणों की जांच कर रही है पुलिस: घटनास्थल से जो सुसाइड नोट बरामद किया है पुलिस ने उसे अपने पास रख लिया है. साथ ही मौत मामले की गहन जांच कर रही है. बता दें. बसव सिद्धलिंग स्वामीजी का शव सोमवार सुबह मठ के परिसर में स्थित उनके कमरे से मिला, जब उनका एक सहायक महंत को ढूंढता हुआ वहां पहुंचा. बताया जा रहा है कि जब कमरे का दरवाजा खटखटाया तो वह बाहर नहीं निकले और न ही कोई जवाब आया. इसके बाद ही उनके खुदकुशी की बात सामने आई.

शिष्यों और सहायकों से स्वामीजी ने की थी बात: मिली जानकारी के मुताबिक बताया जा रहा है कि स्वामीजी ने रात को सोने से पहले मठ में अपने शिष्यों और सहायकों से आम दिनों का तरह ही बात की थी. लेकिन अचानक उन्होंने ऐसा कदम क्यों उठाया पुलिस इसकी जांच कर रही हैं. पुलिस के मुताबिक. प्रथम दृष्टया यह आत्महत्या का मामला लगता है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

ऑडियो क्लिप से थे परेशान: खबर है कि चित्रदुर्ग के मुरुग मठ के प्रमुख शिवमूर्ति मुरुग शरणारू पर यौन शोषण के आरोप लगने के बाद, दो महिलाओं के बीच हुई बातचीत की एक क्लिप वायरल हुई थी. इस क्लिप में उन्होंने कथित तौर पर चर्चा की थी कि राज्य में कई मठों के संतों की इस तरह की गतिविधियों में शामिल होने की बात सामने आई है. इस दौरान उन्होंने नेगिनहाल और अन्य मठों का नाम लिया था. कुछ स्थानीय लोगों ने स्वामीजी के बारे में कहा कि वह बहुत संवेदनशील व्यक्ति थे और एक कथित ऑडियो क्लिप को लेकर परेशान थे.

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