किसानों ने सचिवालय गेट पर डाला डेरा, अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे, लंबे संघर्ष की तैयारी

हमने पूरी रात आराम से बिताई. और जबतक हमारी मांग नहीं मानी जाती हम यहीं रात गुजारेंगे. किसानों का कहना है कि सरकार उनकी बात मान लें, हम तुरंत वापस चले जाएंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 8, 2021 12:48 PM

करनाल के जिला सचिवालय के बाहर किसान अभी भी डटे हुए है. बीती पूरी रात खुले आसमान के नीचे बिताने के बाद अब किसानों ने धरने-प्रदर्शन के लिए आगे की रणनीति बना रहे हैं. इस बीच किसान नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि, हमने पूरी रात आराम से बिताई. और जबतक हमारी मांग नहीं मानी जाती हम यहीं रात गुजारेंगे. किसानों का कहना है कि सरकार उनकी बात मान लें, हम तुरंत वापस चले जाएंगे. इधर, एहतियात के तौर पर मोबाइल और इंटरनेट सेवाओं पर पाबंदी एक दिन के लिए बढ़ा दी गई है.

इससे पहले मंगलवार को हरियाणा के करनाल में किसानों की महापंचायत हुई. पिछले महीने 28 अगस्त को करनाल में हुए पुलिस लाठीचार्ज को लेकर कार्रवाई की मांग कर रहे हजारों किसानों ने मिनी सचिवालय की ओर मार्च किया. इस दौरान प्रशासन ने किसानों से बात भी की. किसानों के नेता जोगिंदर सिंह उग्राहन ने प्रशासन से मुलाकात की. लेकिन करीब तीन घंटे बातचीत बेनतीजा रही.

इसके बाद देर रात किसान करनाल में मिनी सचिवालय के गेट के सामने बैठ गये. सचिवालय का घेराव करते हुए किसानों ने वहां पक्का मोर्चा जमा लिया है. वहीं खाना, पानी और कपड़े मंगवाये हैं. किसानों ने इसे लंबे संघर्ष की तैयारी बताया है.

खट्टर सरकार मांगें माने या हमें गिरफ्तार करे: भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि करनाल में सरकार किसानों की बात नहीं सुन रही. या तो खट्टर सरकार मांग माने या हमें गिरफ्तार करे. टिकैत ने कहा कि हमने आइएएस के उस अधिकारी को निलंबित करने की मांग की थी, जिन्होंने कथित तौर पर पुलिसकर्मियों से प्रदर्शन कर रहे किसानों का सिर फोड़ने को कहा था.

राहुल ने किया समर्थन कहा- हर-हर अन्नदाता: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने हरियाणा के करनाल में किसानों की महापंचायत की पृष्ठभूमि में सरकार पर निशाना साधा और कहा कि जहां ‘हर-हर अन्नदाता, घर-घर अन्नदाता’ है वहां किस-किस को रोका जायेगा. उन्होंने किसानों की महापंचायत से जुड़ी एक तस्वीर साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘जहां हर-हर अन्नदाता, घर-घर अन्नदाता, वहां किस-किस को रोकोगे?’ बता दें कि मंगलवार को बड़ी संख्या में किसान महापंचायत करने के लिए करनाल में एकत्र हुए.

Posted by:Pritish Sahay

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