AAP नेता सौरभ भारद्वाज के ठिकानों पर छापेमारी, अस्पताल निर्माण में घोटाले का आरोप
Saurabh Bharadwaj: दिल्ली में ईडी ने आम आदमी पार्टी नेता और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज के 13 ठिकानों पर छापेमारी की. 5,590 करोड़ रुपये के अस्पताल इंफ्रास्ट्रक्चर घोटाले की जांच में यह कार्रवाई हुई. पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन भी इस मामले में जांच के दायरे में हैं.
Saurabh Bharadwaj: दिल्ली में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार सुबह छापेमारी की. यह कार्रवाई राजधानी में स्वास्थ्य ढांचे से जुड़ी परियोजनाओं में हुए कथित 5,590 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच से जुड़ी है. ED की टीमें सौरभ भारद्वाज के आवास समेत 12 ठिकानों पर रेड कर रही हैं.
अस्पतालों के इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण में बड़े पैमाने पर अनियमितता
इससे पहले जून 2024 में दिल्ली की एंटी-करप्शन ब्रांच (ACB) ने इस मामले में केस दर्ज किया था. ACB का आरोप था कि आम आदमी पार्टी सरकार के दौरान अस्पतालों और ICU इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं और फंड की हेराफेरी हुई. जांच में यह भी पाया गया कि 2018-19 में मंजूर किए गए 24 अस्पताल प्रोजेक्ट समय पर पूरे नहीं हुए. 6 महीने में ICU अस्पताल तैयार करने का वादा किया गया था, लेकिन अब तक केवल 50 फीसदी काम ही पूरा हुआ है, जबकि 800 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च हो चुके हैं.
ED is raiding AAP leader Saurabh Bharadwaj's residence and 12 other locations in hospital construction scam: Officials https://t.co/wnizjqgMQF
— ANI (@ANI) August 26, 2025
कई अस्पतालों में बिना मंजूरी के शुरू हुआ निर्माण
ED की जांच में यह भी सामने आया कि लोक नायक अस्पताल की निर्माण लागत 488 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,135 करोड़ रुपये तक पहुंच गई. एजेंसी का आरोप है कि कई अस्पतालों में बिना पूरी मंजूरी के ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया, जिसके कारण लागत में कई सौ करोड़ रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की गई.
सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन पर गंभीर आरोप
इस मामले की शुरुआत अगस्त 2024 में तब हुई जब दिल्ली विधानसभा में उस समय के नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने शिकायत दर्ज कराई. अपनी शिकायत में उन्होंने पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन पर गंभीर आरोप लगाए थे. विजेंद्र गुप्ता का कहना था कि दोनों नेताओं ने स्वास्थ्य परियोजनाओं में सुनियोजित हेराफेरी की, सार्वजनिक धन का दुरुपयोग किया और निजी ठेकेदारों के साथ मिलीभगत की. फिलहाल ईडी इस पूरे घोटाले की तहकीकात कर रही है और सौरभ भारद्वाज तथा सत्येंद्र जैन की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं.
