Delhi Flood : दिल्ली में बाढ़ का खतरा, यमुना नदी का पानी देख डरे लोग, वीडियो आया सामने
Delhi Flood : हरियाणा से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण दिल्ली में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. इस स्थिति को देखते हुए अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं. वहीं, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आश्वासन दिया है कि सरकार हालात से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. इस बीच यमुना नदी का एक वीडियो आया है जो लोगों को डरा रहा है. देखें वीडियो.
Delhi Flood : लगातार बारिश के बाद यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है. नदी का वीडियो लोहे के पुल से सामने आए हैं जहां पर खतरे के निशान को मापा जाता है. जिलाधिकारी शाहदरा के अनुसार, 2 सितंबर को शाम 5 बजे से लोहे के पुल पर ट्रैफिक को आम जनता की आवाजाही के लिए रोक दिया जाएगा. यमुना नदी का वीडियो लोगों को डरा रहा है. इस वीडियो को न्यूज एजेंसी एएनआई ने जारी किया है. देखें वीडियो.
#WATCH | Delhi | Visuals from Loha Pul where the Yamuna River is flowing above the danger level following incessant rainfall since yesterday
— ANI (@ANI) September 2, 2025
Traffic and public movement on Loha Pul to be stopped from 1700 hours on 2nd September due to rising water level in the Yamuna river, as… pic.twitter.com/Yk0YOMJR14
पुराने रेलवे पुल पर बंद होगा यातायात
अधिकारियों ने यमुना नदी के डूब क्षेत्र में रहने वाले लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने की सलाह दी है, क्योंकि जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. अनुमान लगाया गया था कि मंगलवार शाम तक पानी का स्तर 206 मीटर तक पहुंच सकता है. लेकिन सुबह ही यह खतरे के निशान को पार कर गया. दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने आदेश दिया है कि पुराने रेलवे पुल (लोहा पुल) पर मंगलवार शाम 5 बजे से यातायात बंद रहेगा.
यह भी पढ़ें : Gurugram Traffic Jam : गुरुग्राम में महाजाम से लोग परेशान, रेंगती दिखी गाड़ियां, वीडियो आया सामने
दिल्ली में बाढ़ का खतरा
सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार, बाढ़ की चेतावनी जारी होने के समय हथिनीकुंड बैराज से सुबह नौ बजे 3,29,313 क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जबकि वजीराबाद बैराज से लगभग 38,900 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. संभागीय आयुक्त नीरज सेमवाल ने कहा कि अगले कुछ दिनों में हथिनीकुंड बैराज से तीन लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने की संभावना है. सेमवाल ने मीडिया से बात की और कहा, ‘‘हमने संबंधित जिलाधिकारियों को भोजन, बिजली और राहत शिविरों के संबंध में आवश्यक तैयारियों के बारे में सूचित कर दिया है. वे स्थिति पर नजर रख रहे हैं.’’
