Deepotsav 2025: 500 वर्षों तक हमें अपमान सहना पड़ा…अयोध्या में गरजे योगी आदित्यनाथ, सपा और कांग्रेस पर बोला हमला

Deepotsav 2025: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को भगवान राम की जन्मभूमि अयोध्या में भव्य दीपोत्सव के नौवें संस्करण का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और समाजवादी पार्टी पर भी हमला किया.

By ArbindKumar Mishra | October 19, 2025 7:46 PM

Deepotsav 2025: अयोध्या में भव्य दीपात्सव की शुरुआत करने के बाद सीएम योगी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा- “उन्होंने अयोध्या की पहचान मिटा दी थी और इसका नाम बदलकर फैजाबाद कर दिया था, और हमने अयोध्या की पहचान वापस लाकर इसे फिर से अयोध्या धाम बना दिया है.”

कांग्रेस ने कहा था कि राम एक मिथक हैं : योगी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम जन्मभूमि आंदोलन के प्रति विपक्षी दलों के रुख को लेकर उन पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ‘‘इसी अयोध्या में राम जन्मभूमि आंदोलन के दौरान कांग्रेस ने कहा था कि राम एक मिथक हैं, जबकि समाजवादी पार्टी ने राम भक्तों पर गोलियां चलवाई थीं.’’ उन्होंने पिछले वर्ष हुए राम मंदिर ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के निमंत्रण को कथित रूप से अस्वीकार करने को लेकर भी विपक्षी दलों की आलोचना की. आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘ये वही लोग हैं जो बाबर की कब्र पर सजदा करते हैं, लेकिन जब उन्हें श्रीराम जन्मभूमि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित किया जाता है, तो वे निमंत्रण अस्वीकार कर देते हैं.’’ मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने अयोध्या में आए बदलावों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि अयोध्या अब ‘‘विकास और विरासत का अद्भुत संगम’’ प्रस्तुत करता है.

ये दीपक 500 वर्षों के अंधकार पर आस्था की जीत के प्रतीक : योगी आदित्यनाथ

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, “ये दीपक सिर्फ दीपक नहीं हैं; ये दीपक 500 वर्षों के अंधकार पर आस्था की जीत के भी प्रतीक हैं. ये दीपक इस बात के प्रतीक हैं कि उन 500 वर्षों में हमें किस तरह का अपमान सहना पड़ा और हमारे पूर्वजों को किस तरह का संघर्ष करना पड़ा. उस समय भगवान श्री राम एक तंबू में विराजमान थे और अब, जब दीपोत्सव का 9वां संस्करण मनाया जा रहा है, भगवान राम अपने भव्य और दिव्य मंदिर में विराजमान हैं.”

सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं हो सकता : योगी

उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा, “हर दीया हमें याद दिलाता है कि सत्य परेशान हो सकता है, लेकिन पराजित नहीं हो सकता. सत्य की नियति विजयी होना है और विजय की इसी नियति को लेकर सनातन धर्म ने 500 वर्षों तक निरंतर संघर्ष किया है. उन्हीं संघर्षों के परिणामस्वरूप अयोध्या में एक भव्य और दिव्य मंदिर का निर्माण हुआ है.”