क्या देश में खत्म हो गया संक्रमण का सबसे बुरा दौर ! लगातार नौवें दिन नये मामलों में आयी कमी

देश में कोरोना वायरस (coronavirus) के मामलों में सात दिवसीय औसत (seven days average) की बात करें तो कोरोना संक्रमण के नये मामलों में कमी आ रही है. 17 सितंबर से लेकर 26 सितंबर के दौरान रोजाना आ रहे कोरोना (daily corona cases) के मामलों में धीरे-धीरे गिरावट दर्ज की गयी है. भारत में कोरोना महामारी की शुरूआत के बाद ऐसा पहली बार हो रहा है जब नये मामलों में कमी आ रही है. जबकि इन सात दिनों में देश में कोरोना जांच की रफ्तार भी बढ़ी है. 17 सिंतबर को जहां 10.7 लाख कोरोना के मामलों की जांच हुई थी वहीं 25 सितंबर को 11.2 लाख मामलों की जांच हुई.

By Prabhat Khabar Print Desk | September 27, 2020 9:02 AM

देश में कोरोना वायरस के मामलों में सात दिवसीय औसत की बात करें तो कोरोना संक्रमण के नये मामलों में कमी आ रही है. 17 सितंबर से लेकर 26 सितंबर के दौरान रोजाना आ रहे कोरोना के मामलों में धीरे-धीरे गिरावट दर्ज की गयी है. भारत में कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद ऐसा पहली बार हो रहा है जब नये मामलों में कमी आ रही है. जबकि इन सात दिनों में देश में कोरोना जांच की रफ्तार भी बढ़ी है. 17 सिंतबर को जहां 10.7 लाख कोरोना के मामलों की जांच हुई थी वहीं 25 सितंबर को 11.2 लाख मामलों की जांच हुई.

यूरोपियन सेंटर फोर डिजीज प्रिवेंशन एंट कंट्रोल के आंकड़ों के मुताबिक 17 सितंबर को सात दिनों के औसत मामले 93,199 तक पहुंच गये थे, जो भारत में कोरोना संक्रमण शुरू होने के बाद एक दिन में आने वाले सर्वाधिक मामले थे. उसके बाद संक्रमण के मामले कम होकर 85,131 हो गये. हालांकि इससे पहले भी सात दिनों के औसत मामलों में गिरावट दर्ज की गयी थी, पर यह सिर्फ दो दिनों के लिए होता था.

टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक अब जब रोजाना के कोरोना मामलों में कमी आ रही तो क्या इसका मतलब यह है कि अब बुरा दौर पार हो चुका है. फिलहाल यह कहना मुश्किल होगा. क्योंकि कई देशों में ऐसा देखा गया है कि कोरोना के मामलों में लगातार आयी गिरावट के बाद फिर से संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं.

उदाहरण के लिए अमेरिका के मामलों की बात करें तो अमेरिका में 11 अप्रैल को सात दिवसीय नये मामलों की औसत 31,942 थी. इसके बाद संक्रमण के मामलो में गिरावट आयी जो 29 मई को 20,638 पहुंच गयी है. इसके बाद फिर से मामले बढ़ने लगे. 20 जुलाई को सात दिवसीय औसत 66,903 थी. मामले फिर घटे और 13 सितंबर को 34,320 हो गये. पर इसके बाद मामले बढ़े और 26 सिंतबर को औसत 44,109 हो गयी. इसी तरह रूप, स्पेन, यूके और फ्रांस में भी कोरोना मामलों की लंबी गिरावट के बाद फिर से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं.

पर इसका मतलब ऐसा नहीं है कि देश में मामले बढ़ेंगे ही. क्योंकि अगर दुनिया के 10 सर्वाधिक मामलों वाले देशों की बात करें तो ब्राजील, कोलंबिया, दक्षिण अफ्रिका और मेक्सिको जैसे देशों में रोजाना आने वाले संक्रमण के मामले कम होने के बाद संक्रमण के मामले नहीं बढ़े. ब्राजील और दक्षिण अफ्रिका में जुलाई के अंत तक कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी रही उसके बाद से गिरावट का दौर अभी भी चल रहा है. कोलंबिया और मेक्सिको में अगस्त में संक्रमण के मामले तेजी पर थे, लेकिन इसके बाद इन दोनों देशों में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर नहीं आयी.

Posted By: Pawan Singh

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