COVID-19: लॉकडाउन करने वाले देशों को WHO ने चेताया, कहा- सिर्फ इससे ही खत्म नहीं होगा कोरोना

वैश्विक महामारी कोरोनावायरस (COVID-19) के कहर से दुनिया करीब-करीब थम चुकी है. कोरोना से जंग के लिए दुनिया के कई देश लॉकडाउन हैं. मगर क्या देश को लॉकडाउन करने मात्र से ही कोरोना महामारी कंट्रोल हो जाएगा? डब्लूएचओ (WHO) की राय इससे बिल्कुल जुदा है. पढ़िए, डब्लूएचओ ने क्या कहा है

By Utpal Kant | March 26, 2020 12:29 PM

वैश्विक महामारी कोरोनावायरस (Coronavirus) के संक्रमण से पूरी दुनिया सकते में है. अब तक साढे चार लाख से ज्यादा लोग चपेट में है जबकि 21,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए करीब 300 करोड़ से अधिक लोगों को उनके घरों में रहने को कहा गया है. यूरोप समेत कई देशों ने अपनी सीमाएं सील कर आवाजाही पूरी तरह से रोक दी है. भारत ही नहीं, इटली, स्पेन और फ्रांस समेत दो दर्जन देशों में लॉकडाउन है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने पहले इसे लेकर ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी लगाई थी बाद में इसे महामारी घोषित किया था. इस घातक वायरस के संक्रमण से बचने के लिए भारत सहित अन्य देशों ने लॉक डाउन घोषित कर दिया है. भारत सरकार ने भी पूरे देश में 21 दिन का लॉक डाउन घोषित कर दिया है. हालांकि डब्लूएचओ का मानना है कि सिर्फ लॉकडाउन करने से ही कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा पूरी तरह से खत्म नहीं किया जा सकता है. इसके लिए देशों को अन्य तरीके से भी लड़ाई लड़नी होगी.

डब्लूएचओ के डायरेक्टर जनरल टेडरोस अधानोम गेब्रियेसस ने लॉकडाउन करने वाले देशों को चेताया है. उन्होंने बताया कि कोरोनावायरस का मुकाबला करने के लिए कई देशों द्वारा लागू किए जा रहे लॉकडाउन, दुनिया से वायरस को मिटाने के लिए पर्याप्त नहीं होंगे. मीडिया ब्रिफिंग में में उन्होंने कहा- रोजाना के कोरोनावायरस के संक्रमण के फैलाव को धीमा करने के लिए कई देशों ने लॉकडाउन का उपाय अपनाया है. लेकिन यह उनके हिसाब से है, ये उपाय महामारी को नहीं खत्म करेगी. हम सभी देशों से इस समय का उपयोग करके कोरोनोवायरस पर हमला करने का आह्वान करते हैं. अभी तक आपने इस अवसर की दूसरी विंडो (दूसरा तरीका अपनाया) बनाई है.उन्होंने कहा, लोगों को घर पर रहने के लिए कहना और उनकी आवाजाही को बंद कर देने से वक्त हासिल होगा, जिससे हेल्थ सिस्टम पर दबाव घटेगा. लेकिन अपने आप में इससे महामारी खत्म नहीं होगी.

गेब्रियेसस ने कहा कि हम उन सभी देशों से कहना चाहते हैं, जिन्होंने तथाकथित लॉकडाउन तरीके को अपनाया है; वह इस वायरस पर हमला करने के लिए इस समय का उपयोग करें. आपने इस मौके की दूसरी विंडो बनाई है, सवाल यह है कि आप इसका उपयोग कैसे करेंगे? डब्ल्यूएचओ के डाइरेक्टर ने कहा कि आइसोलेशन में रखे जा रहे लोगों को खोजना, आइसोलेट, परीक्षण और उनका इलाज करना सबसे अच्छा और तेज तरीका है, लेकिन इसके अलावा और भी बड़े कदम सामाजिक और आर्थिक स्तर पर उठाने होंगे.

भारत की तारीफ

कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए भारत द्वारा किए जा रहे प्रयासों की तारीफ करते हुए डब्लूएचओ ने कहा कि यह प्रयास बहुत ही अच्छे हैं, लेकिन इस महामारी को रोकने के लिए अतिरिक्त आवश्यक उपायों की भी जरूरत पड़ेगी, वरना ये फिर से लौट सकता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि कोरोना के दूसरे स्टेज पर होने पर ही भारत कई उपाय कर रहा है. इसके गंभीर होने से पहले इसे दबाने और नियंत्रित करने में यह कदम मदद करेगा.

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