हवा में फैल चुका है कोरोना वायरस, जानें- 239 वैज्ञानिकों के दावे पर WHO ने क्या कहा

coronavirus airborne,Coronavirus outbreak, coronavirus spread on air, WHO corona updates: 32 देशों के 239 वैज्ञानिकों ने विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (डब्लूएचओ) को पत्र लिख कर दावा किया कि हवा में मौजूद छोटे कण लोगों को संक्रमित कर सकते हैं. उन्होंने दावा किया कि कोरोना हवा हवा के जरिए फैलकर लोगों को संक्रमित कर सकता है. वैज्ञानिकों के इस दावे पर डब्लूएचओ का भी बयान सामने आया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 8, 2020 9:02 AM

coronavirus airborne,Coronavirus outbreak, coronavirus spread on air, WHO corona updates: 32 देशों के 239 वैज्ञानिकों ने विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (डब्लूएचओ) को पत्र लिख कर दावा किया कि हवा में मौजूद छोटे कण लोगों को संक्रमित कर सकते हैं. उन्होंने दावा किया कि कोरोना हवा हवा के जरिए फैलकर लोगों को संक्रमित कर सकता है. वैज्ञानिकों के इस दावे पर डब्लूएचओ का भी बयान सामने आया है.

विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि सार्स-कोविड-2 वायरस जो लोगों में कोविड-19 बीमारी की वजह बनता है, मुख्य रूप से संक्रमित व्यक्ति के नाक और मुंह से निकली सूक्ष्म बूंदों के माध्यम से फैलता है. बीबीसी के मुताबिक, डब्लूएचओ के प्रवक्ता तारिक जसारेविक ने अब कहा है कि संस्था इस लेख से अवगत है और अपने तकनीकी विशेषज्ञों के साथ इसकी सामग्री की समीक्षा कर रही है. उन्होंने कहा कि अभी यह साफ नहीं है कि कोरोना वायरस हवा में कैसे फैलता है. लेकिन अगर ऐसा हुआ तो डब्लूएचओ द्वारा वायरस से बचाव के अब तक जो सुझाव दिये गए हैं, उनमें बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है.

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डब्लूएचओ के मुताबिक, लोगों में कम से कम 3.3 फुट की दूरी होने से कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम संभव है. जो देश डब्लूएचओ के इस सुझाव को गंभीरता से लागू करने का प्रयास कर रहे थे, उन्हें भी अपने दिशा-निर्देशों में तब्दीली करनी पड़ सकती है. हालांकि डब्लूएचओ फिलहाल अपनी पुरानी समझ को ही पुख्ता और सही मान रहा है.

गौरतलब है कि क्लीनिकल इंफ़ेक्शियस डिजीज जर्नल में सोमवार को प्रकाशित हुए एक खुले ख़त में, 32 देशों के 239 वैज्ञानिकों ने इस बात के प्रमाण दिए हैं कि ये फ्लोटिंग वायरस है जो हवा में ठहर सकता है और सांस लेने पर लोगों को संक्रमित कर सकता है. डब्लूएचओ को लिखे इस खुले खत में वैज्ञानिकों ने गुजारिश की है कि अंतरराष्ट्रीय संस्था को कोरोना वायरस के इस पहलू पर दोबारा विचार करना चाहिए और नए दिशा-निर्देश जारी करने चाहिए.

दुनिया और भारत में कोरोना का हाल 

जॉन्स हॉप्किन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से मरने वालों का आंकड़ा 5 लाख 40 हज़ार से भी ज़्यादा हो गया है. वहीं, दुनिया में संक्रमण के कुल 1 करोड़ 17 लाख से ज्यादा मामले हैं. भारत में कोरोना संक्रमण के मामलों की कुल संख्या 7 लाख से अधिक हो गई है. हालांकि इनमें से 4 लाख 39 हज़ार 948 लोग संक्रमण के बाद पूरी तरह ठीक हो चुके हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार मंगलवार सुबह तक भारत में कोरोना संक्रमण के एक्टिव मामले अब दो लाख 59 हज़ार 557 हो गए हैं. इसके साथ ही मरने वालों की कुल संख्या 20,160 हो गई है.

Posted By: Utpal kant

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