Corona Fourth Wave: ICMR के पूर्व प्रमुख बोले- कोरोना की नहीं है कोई चौथी लहर, कोई नया वैरिएंट भी नहीं

Corona Fourth Wave: आईसीएमआर के पूर्व प्रमुख डॉ. आर गंगाखेडकर ने बुधवार को कहा कि मैं नहीं मानता कि यह कोविड की चौथी लहर है. पूरे विश्व में कोरोना के BA.2 वैरिएंट हावी है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 20, 2022 5:11 PM

Corona Fourth Wave: इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) के पूर्व प्रमुख डॉ. आर गंगाखेडकर ने भारत में उठती कोरोना की चौथी लहर की आशंकाओं के बीच एक बड़ा बयान दिया है. न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, आईसीएमआर के पूर्व प्रमुख डॉ. आर गंगाखेडकर ने बुधवार को कहा कि मैं नहीं मानता कि यह कोविड की चौथी लहर है. पूरे विश्व में कोरोना के BA.2 वैरिएंट हावी है.

नहीं आया कोई नया वैरिएंट

आईसीएमआर के पूर्व प्रमुख डॉ. आर गंगाखेडकर ने कहा कि कुछ लोगों ने मास्क की अनिवार्यता खत्म होने के बाद यह समझ लिया है कि अब संक्रमण से खतरा कम हो गया. नए वैरिएंट पर बोलते हुए डॉ. गंगाखेड़कर ने कहा कि कोई नया वैरिएंट नहीं आया है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने कोविड-19 वैक्सीन की खुराक नहीं ली है और जो कोरोना वायरस संक्रमण से गुजर चुके हैं, उन्हें फेस मास्क पहनना अनिवार्य है.


दिल्ली में बढ़ रहे कोरोना के मामले

उल्लेखनीय है कि बीते दिनों में दिल्ली समेत कुछ राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं. ऐसे में लोगों के बीच इसको लेकर चर्चा जोर पकड़ रही है कि कहीं यह कोरोना की चौथी लहर (Fourth Wave Of Corona) के संकेत तो नहीं हैं. इस बीच विशेषज्ञों ने उन तमाम आशंकाओं पर विराम लगाते हुए कहा कि कोविड के मामलों में वृद्धि का मतलब चौथी लहर नहीं है. वैज्ञानिकों का कहना है कि दिल्ली और इसके आसपास के शहरों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि के बीच अस्पतालों में भर्ती होने संबंधी व्यवस्था पर ध्यान दिया जाना चाहिए, जो पहले जैसी ही है या फिर इसमें मामूली बदलाव हुआ है.

डीडीएमए ने दिल्ली में मास्क पहनना अनिवार्य किया

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर केजरीवाल सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर लोगों के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है. इस नियम का उल्लंघन करने वालों पर 500 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा. अधिकारियों ने कहा कि डीडीएमए की बुधवार को हुई बैठक में यह फैसला लिया गया. इसके अलावा स्कूलों को बंद (Delhi School Remain Open) नहीं करने का निर्णय भी लिया गया है. स्कूलों के संचालन के लिए विशेषज्ञों से ली गयी सलाह के आधार पर एक अलग मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) लागू की जाएगी.

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