LAC पर इस्तेमाल के लिए तिब्बती जवानों को सेना में भर्ती कर रहा चीन, लद्दाख में भारत के हाथों खा चुका है मात

खुफिया एजेंसियों जानकारी मिली है कि चीन की सेना तिब्बत के जवानों की भर्ती कर रहा है, ताकि उनका भारत की वास्तविक नियंत्रण रेखा पर इस्तेमाल किया जा सके. सूत्रों ने कहा कि चीनी सेना तिब्बत के युवाओं को कई प्रकार की टेस्ट लेने के बाद भर्ती कर रही है.

By Prabhat Khabar Print Desk | July 9, 2021 4:25 PM

नई दिल्ली : पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों के हाथ मात खाने के बाद चीन ने अब पूर्वोत्तर के राज्यों में अपनी घुसपैठ बढ़ाने की तैयारी में जुट गया है. इंडिया टुडे की एक खबर के अनुसार, भारत की सीमा पर वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर इस्तेमाल करने के लिए सेना में तिब्बत के जवानों की भर्ती कर रहा है.

सूत्रों के अनुसार, खुफिया एजेंसियों जानकारी मिली है कि चीन की सेना तिब्बत के जवानों की भर्ती कर रहा है, ताकि उनका भारत की वास्तविक नियंत्रण रेखा पर इस्तेमाल किया जा सके. सूत्रों ने कहा कि चीनी सेना तिब्बत के युवाओं को कई प्रकार की टेस्ट लेने के बाद भर्ती कर रही है.

सूत्रों ने बताया कि चीनी सेना की की टेस्ट में चीनी भाषा को सीखना और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को सर्वोच्च मानना जरूरी है. उनका कहना है कि इन युवाओं से कहा गया है कि पार्टी के नियमों को दलाई लामा से भी ऊपर मानना होगा.

खबर में कहा गया है कि भारतीय सेना में तिब्बत के जवानों ने पहाड़ी इलाकों में जिस तरह की अहम भूमिका निभाई है, उसी के मद्देनजर चीन ने इस साल की जनवरी-फरवरी में अपनी टुकड़ियों में तिब्बत के युवाओं की भर्ती करना शुरू कर दिया.

गौरतलब है कि पिछले साल जब पैंगोंग लेक के नजदीक भारत और चीन की सेना में तकरार हुई थी, तब भारतीय टुकड़ियों में शामिल स्पेशल फ्रंटियर फोर्स के तिब्बती जवानों ने चीन को मात दी थी.

खबर के अनुसार, भारत-चीन के बीच अप्रैल-मई 2020 से ही तनाव की स्थिति बनी हुई है. दोनों देशों के जवानों में इसी दौरान गलवान घाटी में कई बार झड़प हो गई. हालांकि, दोनों देशों की ओर से सीमा पर उपजे तनाव को दूर करने के लिए सैन्य और कूटनीतिक स्तर पर वार्ता भी कीगई है. हालांकि, अभी तक इस समस्या का कोई ठोस समाधान नहीं निकल सका है.

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Posted by : Vishwat Sen

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