Agniveer Yojana के तहत परीक्षा के आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या पिछले साल के मुकाबले 10 फीसदी बढ़ी

Agniveer Yojana: भारतीय सेना में सैनिकों के बहाली की नयी प्रक्रिया अग्निवीर योजना को लेकर राजनीति हावी है. विपक्ष के अधिकांश दलों में सरकार में आने पर इस योजना को खत्म करने का वादा किया है. लेकिन इस विवाद के बीच 22 अप्रैल से 7 मई तक अग्निवीर योजना के तरह परीक्षा होगी.

By दिल्ली ब्यूरो | April 20, 2024 9:50 PM

Agniveer Yojana: पिछले साल के मुकाबले इस बार परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों की संख्या में 10 फीसदी का इजाफा हुआ है. वर्ष 2023 में अग्निवीर योजना के तहत 11.3 लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा के लिए आवेदन दिया था, जो इस साल बढ़कर 12.8 लाख हो गया है. इस योजना के सालाना लगभग 46 हजार सैनिकों की नियुक्ति का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. वित्त वर्ष 2024-25 के लिए सेना पूरे देश में 96 नियुक्ति रैली का आयोजन करेगी. इस योजना का मकसद भारतीय सेना को युवा बनाना है.

चार साल की ट्रेनिंग के बाद 25 फीसदी की नौकरी को स्थायी किया जायेगा

अग्निवीर योजना के तहत चार साल की ट्रेनिंग के बाद 25 फीसदी की नौकरी को स्थायी किया जायेगा. सेना से हटने वाले अग्निवीरों को केंद्र सरकार की ओर से अर्धसैनिक बलों की नियुक्ति में प्राथमिकता दी जाएगी. कई राज्य सरकारों ने भी पुलिस की नौकरी में अग्निवीर को प्राथमिकता देने की घोषणा की है. गौरतलब है कि रक्षा मंत्रालय ने जून 2022 में इस योजना को लागू किया. इस योजना को लेकर देश के कई हिस्सों में युवाओं ने जमकर प्रदर्शन किया. लेकिन सरकार इस योजना को लागू करने से पीछे नहीं हटी.

अग्निवीर का पहला बैच अगस्त 2023 में निकला

सेना में अग्निवीर का पहला बैच अगस्त 2023 में ट्रेनिंग लेकर देश के कई हिस्सों में तैनात है. कई पदों के लिए महिलाओं की भी नियुक्ति की जाती है. थल सेना, वायु सेना और नेवी में अग्निवीर योजना के तहत युवा काम कर रहे हैं. सरकार का मानना है कि सेना की ट्रेनिंग लेने के बाद युवाओं के पास बाद में नौकरी के कई विकल्प उपलब्ध होंगे.

Also Read: अंतरराष्ट्रीय संस्कृत ओलिंपियाड में डीपीएस बोकारो के 85 विद्यार्थियों ने मारी बाजी, 34 ने जीते गोल्ड, छह की इंटरनेशनल रैंक वन

Next Article

Exit mobile version