नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए 8 मई को बनेगी रणनीति

रायपुर : केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सुकमा हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी. उनके साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह और गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर भी मौजूद रहे. मुख्‍यमंत्री रमन सिंह के साथ बैठक के बाद राजनाथ ने कहा कि सुकमा में हमला करना नक्सलियों की कायराना हरकत को दर्शाता है.... सुकमा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 25, 2017 1:06 PM

रायपुर : केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सुकमा हमले में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि दी. उनके साथ छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह और गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर भी मौजूद रहे. मुख्‍यमंत्री रमन सिंह के साथ बैठक के बाद राजनाथ ने कहा कि सुकमा में हमला करना नक्सलियों की कायराना हरकत को दर्शाता है.

सुकमा हमला: घायल जवान ने कहा- हमने भी मशीनगन से कई नक्सलियों को मार गिराया, मां बोली- मुझे बेटे पर गर्व

राजनाथ सिंह ने कहा कि वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ लडाई की रणनीति का अवलोकन किया जाएगा और जरुरत पडने पर उस पर पुन: विचार किया जाएगा ताकि माओवादियों के खिलाफ निर्णायक लडाई लडी जा सके. सिंह ने रायपुर के माना स्थित चौथी बटालियन में शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद मुख्यमंत्री रमन सिंह तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की.

सुकमा हमला : नक्सलियों ने रेकी करायी, रॉकेट लॉन्चर दागे, फिर की ताबड़तोड़ फायरिंग

बैठक के बाद संवाददाताओं के साथ बातचीत में गृहमंत्री ने इस हमले को नक्सलियों की कायराना हरकत बताया और कहा कि क्षेत्र में हो रहे विकास से नक्सली बौखलाए हुए हैं. इसलिए ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि नक्सलियों की शहादत बेकार नहीं जाएगी. सिंह ने संकेत दिये कि लडाई की रणनीति के संबंध में आठ मई को एक महत्वपूर्ण बैठक होगी.

छत्तीसगढ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में कल नक्सली हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 25 जवान शहीद हो गये थे. शहीदों को गृहमंत्री राजनाथ सिंह समेत छत्तीसगढ के राज्यपाल बलीरामजीदास चंदन, मुख्यमंत्री रमन सिंह और मंत्रिमंडल के सदस्यों ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की.

सुकमा जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र के अंतर्गत बुरकापाल गांव के करीब नक्सलियों ने पुलिस दल पर घात लगाकर हमला किया था. चिंतागुफा थाना क्षेत्र में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की 74वीं बटालियन की दो कंपनियों को बुरकापाल से चिंतागुफा के मध्य बन रही सडक की सुरक्षा में रवाना किया गया था. दल जब बुरकापाल से लगभग डेढ किलोमीटर की दूरी पर था तब नक्सलियों ने पुलिस दल पर गोलीबारी शुरु कर दी. इसके बाद पुलिस दल ने भी जवाबी कार्रवाई की.