कन्हैया पर नरम हुए बीएस बस्सी, अपील की जारी, जमानत पर भी आपत्ति नहीं

नयी दिल्ली : जेएनयू विवाद व पटियाला हाउस कोर्ट में लगातार मारपीट के मामले सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस कमिश्नरनेअपने रवैये में नरमी के संकेत दिये हैं. दिल्ली के पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी ने आज कहा कि अब दिल्ली पुलिस कन्हैया की जमानत का विरोध नहीं करेगी. हालांकि उन्होंने कहा कि हम उसे क्लिन […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 17, 2016 5:01 PM

नयी दिल्ली : जेएनयू विवाद व पटियाला हाउस कोर्ट में लगातार मारपीट के मामले सामने आने के बाद दिल्ली पुलिस कमिश्नरनेअपने रवैये में नरमी के संकेत दिये हैं. दिल्ली के पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी ने आज कहा कि अब दिल्ली पुलिस कन्हैया की जमानत का विरोध नहीं करेगी. हालांकि उन्होंने कहा कि हम उसे क्लिन चीट नहीं दे रहे हैं. साथ ही कमिश्नर ने कहा कि दिल्ली पुलिस कन्हैया की एक अपील सार्वजनिक करेंगे. घोषणा के अनुरूप कुछ देर बाद बस्सी ने उसे अपने ट्विटर एकाउंट पर जारी कर दिया. उन्होंने कहा कि अगर एक युवा ऐसा करना चाहता है तो मैं समझता हूं कि उसे यह मौका दिया जाना चाहिए.

बस्सी ने कहा कि कन्हैया के साथ पटियाला हाउस कोर्ट परिसर में मारपीट नहीं, बल्कि धक्का मुक्की की गयी है.कन्हैया ने अपनी अपील में लिखा है कि मेरा नाम कन्हैया कुमार है और मेरी माता का नाम मीना देवी व पिता का नाम जयशंकर सिंह है. मैं ग्राम पोस्ट बीहट, टोला मसनपुर, थाना बरौनी, जिला बेगूसराय, बिहार का रहने वाला हूं. कन्हैया ने लिखा है कि जेएनयू कैंपस में कुछ असंवैधानिक नारे लगाये गये थे..नौ फरवरी को जेएनयू में देश विरोधी नारेबाजी को कन्हैया ने दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है और कहा है कि वह इसकी निंदा करता है. उसने लिखा है कि मैं अपनी संवैधानिक प्रतिबद्धता के साथ उनका समर्थन नहीं करता हूं. आप सबसे अपील करता हूं कि शांति भंग नहीं करें और विश्वविद्यालय में शांति बनाये रखें. आप नीचे पूरी अपील का मजमून पढ़ सकते हैं :

पुलिस कमिश्नर ने कहा किउन्होंनेअदालतपरिसर में हंगामा करने वालेवकीलों वभाजपा विधायक ओपी शर्मा को तलब किया है. मालूम हो कि ओमप्रकाश शर्मापरपरसों पटियाला हाउस कोर्ट परिसर में एक शख्स से मारपीट करने का आरोप लगा था.

ध्यान रहे कि इस पूरे मामले में आज कन्हैया की पेशी से पहले बस्सी ने कहा था कि आगे आगे देखिए होता है क्या? सुप्रीम कोर्ट ने आज बस्सी की भूमिका पर दिल्ली पुलिस के वकील के सामने सवाल उठाते हुए पूछा है कि क्या वे कन्हैया को सुरक्षा मुहैया कराने में सक्षम हैं या हमें आदेश पारित करना होगा.

उधर, पटियाला हाउस कोर्ट ने आज कन्हैया कुमार को दो मार्च तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया. अदालत में कन्हैया ने कहा कि उसे भारत के संविधान पर पूरा विश्वास है. उसने कहा कि उसके साथ परिसर में मारपीट की गयी. कन्हैया ने खुद पर हमला करने वाले वकील को भी पहचान लिया, लेकिन जब तक पुलिस उसे पकड़ती वकील भाग गया.

वहीं, सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस मामले की पड़ताल के लिए पटियाला हाउस कोर्ट के छह वकीलों की टीम ने कहा है कि पुलिस उसे सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रही है. पुलिस अपनी ड्यूटी में विफल रही है. वकीलों के दल ने कहा है कि हमले व मारपीट के बाद कन्हैया के मेडिकल रिपोर्ट की प्रतीक्षा है.

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