सौर घोटाला : अदालत ने CM ओमन चांडी के खिलाफ FIR दायर करने के दिए निर्देश

कोझीकोड : सौर घोटालामामले में केरल के मुख्यमंत्री ओमान चांडी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का त्रिशूर विजिलेंस कोर्ट ने आदेश दिया है. आपको बता दें कि सीएम पर 1.9 करोड़ रुपये रिश्वत लेने का आरोप है. इस मामले की मुख्य आरोपी सरिता एस नायर ने राज्य के मुख्यमंत्री ओमान चांडी पर गंभीर आरोप लगाते […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 28, 2016 12:43 PM

कोझीकोड : सौर घोटालामामले में केरल के मुख्यमंत्री ओमान चांडी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का त्रिशूर विजिलेंस कोर्ट ने आदेश दिया है. आपको बता दें कि सीएम पर 1.9 करोड़ रुपये रिश्वत लेने का आरोप है. इस मामले की मुख्य आरोपी सरिता एस नायर ने राज्य के मुख्यमंत्री ओमान चांडी पर गंभीर आरोप लगाते हुए जांच आयोग से कहा है कि मुख्यमंत्री को उसने 1 करोड़ 90 लाख रुपये घूस दी है. इतना ही नहीं सरिता ने राज्य के उर्जा मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अर्यादन मोहम्मद को भी 40 लाख रुपये रिश्वत देने का आरोप लगाया है. इस घोटाले को लेकर आज डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन त्रिवेन्द्रम में विरोध प्रदर्शन कर रहा है. प्रदर्शन के उग्र होने पर पुलिस ने आंसू गैस का उपयोग किया.

इधर, केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने सौर घोटाले की एक आरोपी द्वारा उन पर लगाए गए रिश्वत लेने के आरोपों को ‘‘राजनीतिक षडयंत्र’ बताते हुए आज इसके लिए बार मालिकों के एक वर्ग को दोषी ठहराया. सौर मामले की मुख्य आरोपी सरिता एस नायर ने मामले की जांच कर रहे न्यायमूर्ति शिवराजन आयोग के समक्ष कल कोच्चि में अपना बयान देते हुए चांडी और उर्जा मंत्री आर्यादन मोहम्मद को निशाना बनाया था और आरोप लगाया था कि उसने मुख्यमंत्री के एक निकट सहयोगी को 1.90 करोड रुपये और मोहम्मद को 40 लाख रुपये की रिश्वत दी थी. दोनों ने आरोपों से इनकार किया है.

चांडी ने कहा, ‘‘नए आरोप शराब लॉबी की मिलीभगत से रचे गए राजनीतिक षडयंत्र का हिस्सा हैं. सरकार ने कई शराब बारों को बंद करने का साहसिक कदम उठाया था. वे (बार मालिक) विभिन्न अदालतों – उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय में लडाई हार गए, इसलिए अब वे सरकार पर निशाना साधने के लिए नए आरोप लगा रहे हैं.’

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘ सरकार के पास इस संबंध में पुख्ता सबूत है.’ उन्होंने कहा कि सरिता ने कल जो आरोप लगाए, वे इसी षडयंत्र का हिस्सा हैं. उन्होंने माकपा की आलोचना करते हुए कहा कि पार्टी सरकार को गिराने में असफल रही इसलिए अब वह यह सुनिश्चित करने की हर संभव कोशिश कर रही है कि कांग्रेस नीत यूडीएफ आगामी विधानसभा चुनाव में सत्ता में न आए.