पठानकोट हमला : जानें उन वीर सपूतों को, जो हो गये शहीद
पंजाब के पठानकोट में एयरबेस पर कुछ आतंकियों ने हमला कर दिया. यह घटना शनिवार सुबह लगभग तीन बजे की है. आतंकियों को उनके मंसूबों में नाकाम करने के लिए एयरफोर्स के जांबाज जुट गये. चार आतंकियों को ढेर कर दिया गया, हालांकि अभी भी कुछ आतंकी वहां छुपे बैठे हैं, जिसके कारण यहां रूक-रूक […]
पंजाब के पठानकोट में एयरबेस पर कुछ आतंकियों ने हमला कर दिया. यह घटना शनिवार सुबह लगभग तीन बजे की है. आतंकियों को उनके मंसूबों में नाकाम करने के लिए एयरफोर्स के जांबाज जुट गये. चार आतंकियों को ढेर कर दिया गया, हालांकि अभी भी कुछ आतंकी वहां छुपे बैठे हैं, जिसके कारण यहां रूक-रूक कर गोलीबारी हो रही है. इस सफल अॅापरेश से देश तो सुरक्षित हो गया, लेकिन देश ने अपने सात जांबाज सपूतों को खो दिया. इस सपूतों ने अपने प्राणों की परवाह ना करते हुए पूरी निडरता के साथ आंतकियों का सामना किया और अपने प्राणों की आहुति दे दी. आज जरूरत इस बात की है कि पूरा देश इनके सम्मान में सैल्यूट करें और इन्हें नमन करे. आइए जानें इन जांबाज सिपाहियों को : –
लेफ्टिनेंट कर्नल निरंजन सिंह : एनएसजी का यह युवा सिपाही उस वक्त शहीद हो गया, जब वे तलाशी अभियान चला रहे थे. आईईडी विस्फोट में इनकी मौत हुई.
कैप्टन फतेह सिंह : आर्मी से रिटायर होने के बाद फतेह सिंह डिफेंस सिक्यूरिटी कॉर्पस के लिए कार्यरत थे. कुछ समय पहले ही उनकी पोस्टिंग पठानकोट में हुई थी.
गुरुसेवक सिंह, गरुड़ कमांडो : गुरुसेवक सिंह भी एयरबेस को आतंकियों से बचाने के क्रम में शहीद हुए.
हवलदार कुलवंत सिंह (डीएससी) : कुलवंत सिंह ने आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया और बहादुरी के साथ लड़ते हुए शहीद हुए.
हवलदार जगदीश चंद्रा : जब आतंकियों ने हमला किया, जगदीश चंद्रा किचन में काम कर रहे थे. लेकिन उन्होंने आतंकियों का पीछा किया और एक आतंकी को मार गिराया. हालांकि वे शहीद हो गये.
हवलदार संजीवन सिंह राणा (डीएससी) : संजीवन सिंह पठानकोट एयरबेस में हुए आतंकी हमले के पहले दिन ही शहीद हो गये थे. वे आतंकियों के साथ बहादुरी से लड़े.
हवलदार मोहित चंद : पठानकोट हमले के शहीदों में हवलदार मोहित चंद का नाम भी आता है. जिन्होंने बहादुरी के साथ लड़ते हुए खुद को वतन पर कुर्बान कर दिया.
