खुद के खिलाफ नारेबाजी कर रहे भगवंत मान को नरेंद्र मोदी ने पिलाया पानी

नयी दिल्ली :लोकसभा में आज एक खुशनुमा मंजर देखने को मिला जब प्रधानमंत्री के खिलाफ नारे लगा रहे आप सदस्य भगवंत सिंह मान को कुछ बेचैनी सी महसूस हुई तो नरेंद्र मोदी ने उन्हें अपना पानी का गिलास थमा दिया. मान ने पानी पीने के बाद प्रधानमंत्री के इस भाव का मुस्कुरा कर आभार जताया […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 16, 2015 12:15 PM

नयी दिल्ली :लोकसभा में आज एक खुशनुमा मंजर देखने को मिला जब प्रधानमंत्री के खिलाफ नारे लगा रहे आप सदस्य भगवंत सिंह मान को कुछ बेचैनी सी महसूस हुई तो नरेंद्र मोदी ने उन्हें अपना पानी का गिलास थमा दिया. मान ने पानी पीने के बाद प्रधानमंत्री के इस भाव का मुस्कुरा कर आभार जताया और सदन में मौजूद सदस्यों ने मेजें थपथपाकर इसका स्वागत किया और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित विपक्षी सदस्य भी इस बात पर मुस्कुराते देखे गये. आप सदस्य मान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कार्यालय में सोमवार को सीबीआई द्वारा की गयी छापेमारी का विरोध करते हुए कांग्रेस तथा तृणमूल सदस्यों के साथ आसन के समक्ष आकर नारेबाजी कर रहे थे.

मान कुछ परचे लिये हुए थे और ‘‘प्रधानमंत्री होश में आओ’ के नारे लगा रहे थे. वह आसन के समक्ष सत्ता पक्ष की ओर प्रधानमंत्री मोदी से कुछ ही कदम दूर खड़े थे. इसी बीच नारे लगाते लगाते भगवंत मान को बेचैनी सी महसूस हुई तो उनकी नजरें आसपास पानी ढूंढने लगीं.पहले उन्होंने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की ओर देखा और इसी बीच धीर गंभीर मुद्रा में बैठे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी मेज की दराज से पानी का गिलास उठाकर भगवंत मान की ओर बढा दिया. भगवंत मान ने उनके हाथ से गिलास लिया और पानी पी लिया. इसके बाद मान ने खाली गिलास प्रधानमंत्री की मेज पर रख दिया जिसे प्रधानमंत्री ने ढक्कन से ढंक दिया. सदन का एक कर्मचारी खाली गिलास लेकर चला गया और उसके स्थान पर पानी से भरा नया गिलास रख दिया. भगवंत मान ने मुस्कुरा कर इस भाव के लिए प्रधानमंत्री की ओर देखा तो प्रधानमंत्री और सुषमा भी मुस्कुरा दिये.

पाकिस्तान के साथ वार्ता पर बोलीं सुषमा, युद्ध कोई विकल्प नहीं

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज लोकसभा में भारत-पाकिस्तान वार्ता पर बयान देते हुए कहा कि युद्ध कोई विकल्प नहीं है. सुषमा स्वराज ने पाकिस्तान से वार्ता बहाल होने पर सदन को जानकारी दी. उन्होंने कहा कि हम पाकिस्तान के साथ वार्ता जारी रखेंगे लेकिन वार्ता और आतंक एकसाथ नहीं चल सकते.

पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्‌यूटी बढ़ाने का विरोध
आज संसद में प्रश्न काल के दौरान पेट्रोलियम पदार्थ की बढ़ती कीमत का मामला उठा. राज्यसभा में यह मामला कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने उठाया. उन्होंने कहा कि आज अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम की कीमत 35 रुपये प्रति डॉलर है और सरकार इसे अपने देश में 65 रुपये लीटर बेच रही है.

गौरतलब है कि सरकार ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 30 पैसे प्रति लीटर, डीजल पर 1.17 रपए प्रति लीटर बढाया है ताकि 2,500 करोड़ रुपये जुटाये जा सकें. विपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाया कि वह मुनाफाखोरी के लिए आम आदमी पर बोझ बढ़ा रही है.आरोपों का जवाब देते हुए वित्तमंत्री ने कहा कि कच्चे तेल की कीमत में गिरावट आयी है और हम उसका फायदा आम जनता को देंगे.

संघीय ढांचे पर प्रहार का मामला गरमाया
शून्यकाल के दौरान वित्तमंत्री अरुण जेटली ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क की दर के बारे में कागजात लोकसभा में सदन के पटल पर रखा.लोकसभा में कांग्रेस, आप और तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने केंद्र सरकार पर राज्यपाल के माध्यम से संघीय ढांचे पर प्रहार करने और सीबीआई का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और आप सदस्यों ने अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी की.

सदन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में कांग्रेस सदस्यों ने आसन के समीप आकर ‘प्रधानमंत्री होश में आओ’, लोकतंत्र की हत्या बंद करो के नारे लगाये. आप सदस्य भगवंत मान आपने हाथों में कुछ कागजात लेकर यह दावा कर रहे थे कि कल सीबीआई छापा मारकर इन फाइलों को ले गयी. तृणमूल सदस्यों ने भी आसन के समक्ष आकर सीबीआई का दुरुपयोग बंद करो के नारे लगाये. हंगामे के दौरान ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे आप सदस्य भगवंत मान को पानी की पेशकश की. अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने शोर शराबा कर रहे सदस्यों से अपने स्थान पर लौटने को कहा.

उन्होंने कहा कि यह ठीक नहीं है कि इस तरह से आप आसन के समीप आकर हल्ला गुल्ला कर रहे हैं. संसदीय कार्य मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि अध्यक्ष ने इस बारे में व्यवस्था दे दी है और दूसरी बात यह है कि दिल्ली सरकार के उक्त अधिकारी पर भ्रष्टाचार के आरोप है, और उन्हें इस तरह से बचाना ठीक नहीं है. सदन की कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस सदस्यों ने इस विषय को उठाया और अरुणाचल प्रदेश में राज्यपाल के हस्तक्षेप पर गहरी आपत्ति व्यक्त करते हुए प्रदेश के राज्यपाल को बर्खास्त करने की मांग की.

कांग्रेस सदस्य इस बारे में कुछ कहना चाहते थे लेकिन अध्यक्ष ने उन्हें उस समय इसे उठाने की अनुमति नहीं दी. कांग्रेस और आप के सदस्य अध्यक्ष के आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे. आप सदस्य भगवंत मान आसन के बेहद करीब आकर कुछ कागजात दिखाने लगे तब अध्यक्ष ने उनसे कहा कि आपका आचरण ठीक नहीं है, मैं आपको चेतावनी दे रही हूं.

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