अवार्ड वापसी के विरोध में अनुपम खेर 7 नवंबर को करेंगे राष्ट्रपति भवन मार्च

मुंबई: देश में ‘‘बढती असहिष्णुता’ के विरोध में सम्मान लौटाने के लिए फिल्म निर्माताओं की आलोचना कर चुके, अभिनेता अनुपम खेर सहिष्णुता पर चर्चा के लिये राष्ट्रपति भवन तक एक मार्च का नेतृत्व करेंगे. साठ वर्षीय अभिनेता ने कहा कि मार्च सात नवंबर को आयोजित किया जाएगा, जिसमें कलाकार, लेखक और चित्रकार शामिल होंगे. उन्होंने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 4, 2015 8:48 PM

मुंबई: देश में ‘‘बढती असहिष्णुता’ के विरोध में सम्मान लौटाने के लिए फिल्म निर्माताओं की आलोचना कर चुके, अभिनेता अनुपम खेर सहिष्णुता पर चर्चा के लिये राष्ट्रपति भवन तक एक मार्च का नेतृत्व करेंगे. साठ वर्षीय अभिनेता ने कहा कि मार्च सात नवंबर को आयोजित किया जाएगा, जिसमें कलाकार, लेखक और चित्रकार शामिल होंगे.

उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हम सभी को बोलना होगा. वरना कभी कभी बार-बार दोहराया गया झूठ भी सच जैसा लगने लगता है.’ अभिनेता ने लिखा, ‘‘कलाकारों, लेखकों, चित्रकारों आदि द्वारा राष्ट्रपति भवन तक सात नवंबर को निकाले जाने वाले अपने मार्च के संबंध में कल आपको विस्तृत जानकारी देंगे. सहिष्णुता पर चर्चा.’ खेर ने अभिनेता शाहरुख खान पर की गयी कुछ टिप्पणियों के बाद ‘दिल वाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ के अपने सह-अभिनेता का बचाव भी किया.
देश में असहिष्णुता पर शाहरुख की टिप्पणी के बाद योगी आदित्यनाथ में अभिनेता की तुलना पाकिस्तानी आतंकवादी हाफिज सईद से की थी.ट्विटर के माध्यम से 60 वर्षीय खेर ने शाहरुख खान के खिलाफ कुछ भाजपा नेताओं के विवादित बयानों पर तीखी प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने ट्वीट किया है, ‘‘भाजपा के कुछ सदस्यों को वाकई अपनी जुबान काबू में रखने और शाहरुख के बारे में अपशब्दो का उपयोग बंद करने की जरुरत है. वह राष्ट्रीय हस्ती हैं और हमें उनपर गर्व है.’ शाहरुख खान द्वारा ‘‘असहिष्णुता के वातावरण’ के विरोध में बुद्धिजीवियों का समर्थन करने के दो दिन बाद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अभिनेता को पाकिस्तान चले जाना चाहिए.भाजपा नेता कैलाश विजवर्गीय द्वारा शाहरुख के खिलाफ कल कई ट्वीट किए जाने के बाद विवाद शुरु हुआ जिनमें नेता ने अभिनेता को ‘‘राष्ट्र विरोधी’ बताया और कहा था कि अभिनेता रहते भले ही भारत में हैं, लेकिन उनकी ‘‘आत्मा’ पाकिस्तान में है

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