नक्सली हिंसा में 35 प्रतिशत की कमी आयी है : राजनाथ सिंह

नयी दिल्ली: गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि सुरक्षा बलों के प्रयासों के कारण देश में नक्सली हिंसा में 35 प्रतिशत की कमी आयी है.उन्होंने यहां एक ग्राफिक पुस्तिका का विमोचन करते हुए कहा, सीआरपीएफ कर्मियों के बहादुरी भरे प्रयासों के कारण वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित राज्यों में घटनाओं में 35 प्रतिशत की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 24, 2015 9:47 PM

नयी दिल्ली: गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कहा कि सुरक्षा बलों के प्रयासों के कारण देश में नक्सली हिंसा में 35 प्रतिशत की कमी आयी है.उन्होंने यहां एक ग्राफिक पुस्तिका का विमोचन करते हुए कहा, सीआरपीएफ कर्मियों के बहादुरी भरे प्रयासों के कारण वामपंथी उग्रवाद से प्रभावित राज्यों में घटनाओं में 35 प्रतिशत की कमी आयी है. ग्राफिक पुस्तिका में कच्छ रण क्षेत्र स्थित सरदार पोस्ट में 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान सीआरपीएफ के जवानों की वीरता और बलिदान का चित्रण किया गया है.

इस अवसर पर सिंह ने लद्दाख के हॉट स्प्रिंग एवं अन्य क्षेत्रों में बचाव और सुरक्षा को बनाए रखने के लिए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की भूमिका की सराहना की. उन्होंने विभिन्न स्थानों पर सीआरपीएफ कर्मियों द्वारा दिखाए गए पराक्रम और त्याग की भी सराहना की.
नौ अप्रैल 1965 को कच्छ के रण क्षेत्र स्थित सरदार पोस्ट पर सीआरपीएफ की दो टुकडयिों ने मोर्चा संभाला और पाकिस्तान की पैदल सेना द्वारा किए गए हमले का करारा जवाब दिया. सीआरपीएफ द्वारा की गई इस जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तानी सेना को भारी क्षति पहुंची. इसमें दो अधिकारियों सहित 34 पाकिस्तानी सैनिकों को जान गंवानी पड़ी.
चार पाकिस्तानी सैनिकों को पकड लिया गया.इस दौरान सीआरपीएफ के छह कर्मियों को भी देशहित में अपना सर्वोच्च बलिदान देना पडा.सीआरपीएफ की योजना जवानों की वीरता और बलिदान की कहानी चित्रों के माध्यम से वर्णित करने वाली ग्राफिक पुस्तिका की श्रंखला प्रकाशित करने की है.
इसका उद्देश्य युवाओं में देशभक्ति और राष्ट्रवाद की भावना पैदा करना और सीआरपीएफ के अचर्चित नायकों के शौर्य और बलिदान से लोगों को अवगत करना है.
सीआरपीएफ की योजना इन पुस्तिकाओं को बेचकर राशि इकट्ठा करने की है जिसका उपयोग शहीदों के परिवारों के कल्याण के लिए किया जाएगा.

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