द्रमुक ने की काटजू को पीसीआई अध्यक्ष पद से हटाने की मांग

चेन्नई: द्रमुक ने भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) के अध्यक्ष मार्कण्डेय काटजू को अपने अध्‍यक्ष पद से हटाने की मांग करते हुए उपराष्ट्रपति और उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को आज एक पत्र लिखा कि ‘निरंतर कुछ ना बोलते रहने और आवेग में बने रहने वाला ऐसा व्यक्ति पद के लायक नहीं है.’ यह पत्र केंद्रीय […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 30, 2014 6:06 PM

चेन्नई: द्रमुक ने भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) के अध्यक्ष मार्कण्डेय काटजू को अपने अध्‍यक्ष पद से हटाने की मांग करते हुए उपराष्ट्रपति और उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को आज एक पत्र लिखा कि ‘निरंतर कुछ ना बोलते रहने और आवेग में बने रहने वाला ऐसा व्यक्ति पद के लायक नहीं है.’ यह पत्र केंद्रीय विधि एवं न्याय तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्रियों को भी भेजा गया.

पत्र में कहा गया, ‘द्रमुक ने यह अभिवेदन मार्कण्डेय काटजू के विभिन्न चूकों और आचरण पर आपका ध्यान दिलाने के लिए सौंपा है जो कदाचर और प्रमाणित र्दुव्‍यवहार का मामला है और इस वजह से उन्हें पद से हटाने की मांग की जा रही है.

द्रमुक के कानूनी विभाग के सचिव आरएस भारती ने कहा, ‘काटजू निरंतर कुछ ना बोलते रहने और आवेग में बने रहने से पद की मर्यादा कम की है जो सार्वजनिक पद संभालने वाले व्यक्ति से अपेक्षित नहीं है. ‘पत्र में कहा गया कि काटजू पीसीआई अध्यक्ष का पद संभालते ही विवादास्पद बयान देते आए हैं और राजनेताओं, सांसदों तथा विधायकों की आलोचना करते आए हैं और अब न्यायपालिका भी इसमें शामिल हो गया है.

द्रमुक ने कहा, हमारी सम्मानपूर्ण राय है कि पूर्णकालिक रुप से सार्वजनिक पद संभालने वाले किसी अधिकारी से ऐसा अपेक्षित नहीं है.पार्टी ने कहा कि केंद्र सरकार से वेतन पाने वाले और सरकारी खजाने की कीमत पर भत्‍तों का लाभ लेने वाले काटजू को गरिमा, शालीनता और पद की मर्यादा बनायी रखनी चाहिए.

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