अयोध्या मामलाः सुप्रीम कोर्ट में आज 17वें दिन सुनवाई, मुस्लिम पक्ष के वकील पेश कर रहे दलील

नयी दिल्लीः सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में सोमवार को सुनवाई शुरू हुई. छह अगस्त से शुरू हुई रोजाना सुनवाई का आज 17वां दिन है. आज की सुनवाई खास इसलिए है क्योंकि मुस्लिम पक्ष की ओर से दलील देने की शुरुआत हुई है. सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील राजीव धवन अदालत में अपनी […]

By Prabhat Khabar Print Desk | September 2, 2019 12:22 PM

नयी दिल्लीः सुप्रीम कोर्ट ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में सोमवार को सुनवाई शुरू हुई. छह अगस्त से शुरू हुई रोजाना सुनवाई का आज 17वां दिन है. आज की सुनवाई खास इसलिए है क्योंकि मुस्लिम पक्ष की ओर से दलील देने की शुरुआत हुई है. सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील राजीव धवन अदालत में अपनी दलीलें पेश कर रहे हैं.

सुनवाई शुरू होने पर सबसे पहले मुस्लिम पक्ष के वकील राजीन धवन को मिले धमकी भरे पत्र का जिक्र आया. चीफ जस्टिस ने कहा कि वह इसपर मंगलवार को सुनवाई करेंगे. बता दें कि इससे पहले कोर्ट ने 16 दिन तक हिंदू पक्ष की दलीलें सुनी थीं. हिंदू पक्ष की तरफ से रामलला विराजमान और निर्मोही अखाड़ा ने अपना पक्ष रखा था.

नवंबर तक आ सकता है फैसला
राजनीतिक रूप से बेहद संवेदनशील इस मामले पर नवंबर में अंतिम फैसला आने की संभावना बढ़ गई है. मामले की देश की सर्वोच्च अदालत में सुनवाई छह अगस्त से शुरू हुई थी. ऐसे में देखें तो 25 दिन में आधी सुनवाई पूरी हो चुकी है.
सीजेआई रंजन गोगोई 17 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं. ऐसे में कोर्ट के गलियारों में इस बात की चर्चा जोरों पर है कि बेंच सीजेआई के रिटायर होने से पहले ही फैसला सुना सकता है. विवादित जमीन का दो तिहाई हिस्सा, जिसे मिला उसकी सुनवाई 25 दिनों में ही पूरी होने से अब जल्द फैसला आने की संभावना बढ़ गई है.
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में पहले मध्यस्थता का रास्ता अपनाने को कहा था लेकिन मध्यस्थता से कोई हल नहीं निकला. जिसके बाद कोर्ट इस मामले पर रोजाना सुनवाई कर रही है. इस केस को मुख्य न्यायधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय संवैधानिक पीठ सुन रही है. इसमें जस्टिस एस. ए. बोबडे, जस्टिस डी. वाई. चंद्रचूड़, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस. ए. नजीर भी शामिल हैं.

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