#Article370 : जम्मू-कश्मीर राज्य पुनर्गठन विधेयक 2019 लोकसभा में पास

* सरकार ने लोकसभा में जम्मू और कश्मीर आरक्षण (दूसरा संशोधन) विधेयक, 2019 को वापस लिया. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, जम्मू और कश्मीर आरक्षण (दूसरा संशोधन) विधेयक, 2019 को वापस लेने की अनुमति चाहता हूं. जब धारा 370 हट जाएगी तो इस बिल के प्रावधान अपने आप वहां लागू हो जाएंगे.... * जम्मू-कश्मीर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 6, 2019 11:24 AM

* सरकार ने लोकसभा में जम्मू और कश्मीर आरक्षण (दूसरा संशोधन) विधेयक, 2019 को वापस लिया. गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, जम्मू और कश्मीर आरक्षण (दूसरा संशोधन) विधेयक, 2019 को वापस लेने की अनुमति चाहता हूं. जब धारा 370 हट जाएगी तो इस बिल के प्रावधान अपने आप वहां लागू हो जाएंगे.

* जम्मू-कश्मीर राज्य पुनर्गठन विधेयक लोकसभा में पास. पक्ष में कुल 367 वोट पड़े, जबकि विपक्ष में 67 वोट पड़े.

* जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को रद्द करने का प्रस्ताव लोकसभा में पारित. पक्ष में 351 वोट पड़े, जबकि विरोध में 72 वोट पड़े.

*जम्‍मू-कश्‍मीर राज्‍यपुनर्गठन विधेयक पर वोटिंग जारी

-लोकसभा में असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, मैं बिल का विरोध करने के लिए खड़ा हुआ हूं. निश्चित रूप से भाजपा अपने घोषणा पत्र के चुनावी वादे पर कायम है, लेकिन आप अपने संवैधानिक कर्तव्यों पर खरे नहीं उतरे हैं. आपने एक संवैधानिक अनुच्छेद 370 का उल्लंघन किया है. सोमवार को ईद है, क्या आप यह चाह रहे हैं कि मेमने की बलि देने की बजाय कश्मीरियों को अपना बलिदान देना चाहिए? यदि आप ऐसा चाहते हैं तो मुझे यकीन है कि वे ऐसा करेंगे, वे ऐसा कर रहे हैं.

-अमित शाह ने लोकसभा में कहा, मैं तीसरी बारत यह स्पष्ट कर रहा हूं कि फारुख अब्दुल्ला जी अपने घर में हैं और वे हाउस अरेस्ट नहीं हैं और ना ही उन्हें हिरासत में लिया गया है. वे स्वस्थ हैं और मौज-मस्ती में हैं. उन्हें बाहर नहीं आना है, तो गन कनपटी पर रखकर हम बाहर नहीं ला सकते हैं.

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-फारुख अब्दुल्ला ने श्रीनगर में कहा, गृहमंत्री संसद में झूठ बोल रहे हैं कि मुझे हाउस अरेस्ट नहीं किया गया है. मैं क्यों अपने घर के अंदर रहूंगा जबकि मेरा राज्य जल रहा है, जबकि मेरे लोगों को जेल में डाला जा रहा है, यह वो भारत नहीं है, जिसपर मेरा यकीन था. जैसे ही गेट खुलेगा हमारे लोग बाहर होंगे, हम लड़ेंगे, हम प्रदर्शन करेंगे. हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन में यकीन करते हैं. वे हमारी हत्या करवाना चाहते हैं, मेरा बेटा उमर भी जेल में है.

-एनसीपी नेता सुप्रियो सुले ने कहा, मैं सीट नंबर 462 पर बैठती हूं और फारुक अब्दुल्ला 461 पर. वे जम्मू-कश्मीर से चुनकर आते हैं, लेकिन मैंने आज उन्हें नहीं सुना. ऐसे में मैं यह कहूंगी यह बहस उनके बिना अधूरी है. इसपर अमित शाह ने कहा, फारूक अब्दुल्ला को ना तो हिरासत में लिया गया है और ना ही उन्हें गिरफ्तार किया गया है. वे अपने घर पर हैं और आजाद हैं.

भाजपा नेता प्रह्लाद जोशी ने कहा कि जब देश भर में जश्न है, कांग्रेस पाकिस्तान की भाषा में बात कर रही है. पाकिस्तान के अधिकारियों ने कहा कि यह काला दिन है, बस कांग्रेसियों ने भी कहना शुरू कर दिया कि यह काला दिन है. इसका क्या अर्थ समझा जाये.

– समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने कहा, आर्टिकल 370 समाप्त कर दिया गया, हम देश के साथ हैं. लेकिन मेरा प्रश्न यह है कि इस स्थिति में पाक अधिकृत कश्मीर का क्या होगा, उसका स्टेट्‌स क्या होगा यह सरकार बताये.

पाकिस्तान स्थित भारतीय दूतावास ने पाकिस्तानी अधिकारियों से सुरक्षा बढ़ाने को कहा

– बसपा सांसद गिरीश चंद्रा और टीआरएस के सांसद नागेश्वर राव ने बिल का किया समर्थन

-सरकार के सहयोगी दल जदयू ने किया वॉकआउट

– कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया है-राष्ट्रीय एकता को मजबूती जम्मू-कश्मीर को हिस्सों में बांटने, वहां के नेताओं को गिरफ्तार करके के रखने और संविधान का उल्लंघन करने से नहीं मिलती है. यह देश लोगों से बना है ना कि जमीन के टुकड़े से. भाजपा ने सत्ता का जो दुरुपयोग किया है, उससे हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है.

-डीएमके के नेता दयानिधि मारन ने कहा, इस सदन के सदस्य फारूक अब्दुल्ला लापता है, उन्हें गिरफ्तार किया गया है, लेकिन हमें जानकारी नहीं है. आप लोकसभा अध्यक्ष हैं, क्या आप तटस्थ होकर हमारी रक्षा करेंगे.

-क्या आप आर्टिकल 371 को भी निरस्त कर देंगे. आप यहां भी राष्ट्रपति शासन लगाकर यहां की विधानसभाओं को भंग कर दें और आर्टिकल 371 को निरस्त कर दें. आप देश में किस तरह की संवैधानिक मिसाल कायम कर रहे हैं?

-आर्टिकल 370 पर बहस के दौरान कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा कि भारतीय संविधान में सिर्फ आर्टिकल 370 नहीं है. यहां आर्टिकल 371 ए भी है. यह आर्टिकल नागालैंड, असम, सिक्किम, मणिपुर और आंध्र प्रदेश को विशेषाधिकार देता है. आज जब आर्टिकल 370 को हटा रहे हैं, तो इन राज्यों में क्या संदेश जायेगा?

नयी दिल्ली : गृहमंत्री अमित शाह ने आज लोकसभा में जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 को रद्द करने का बिल पेश किया. साथ ही उन्होंने जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन विधेयक 2019, जम्मू और कश्मीर आरक्षण (दूसरा संशोधन) विधेयक 2019 को भी पेश किया. जब अमित शाह बिल पेश कर रहे थे, कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी से उनकी बहस हो गयी. उस वक्त अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लिए कानून बनाने से हमें कोई नहीं रोक सकता है. अमित शाह ने कहा कि मैं जब-जब सदन में जम्मू-कश्मीर की बात करता हूं तो उसमें पाक अधिकृत कश्मीर और अक्साई चीन भी शामिल होता है.हम इसके लिए जान भी दे देंगे.

कल संसद में आर्टिकल 370 को रद्द करने का प्रस्ताव आने के बाद आज जम्मू-कश्मीर में पूरी तरह से शांति है. सरकारी सूत्रों ने बताया कि कहीं से भी किसी तरह की अप्रिय घटना या विरोध प्रदर्शन की कोई खबर नहीं है.
गौरतलब है कि कल राज्यसभा ने इस बिल को पक्ष में 125 और विपक्ष में 61 से पास कर दिया था. सुबह लगभग 11.15 पर गृहमंत्री ने जैसे ही धारा 370 को जम्मू-कश्मीर से हटाने का विधेयक पेश किया, सदन में हंगामा मच गया. कांग्रेस ने इसे संविधान की हत्या करार दिया, तो आप, बसपा और टीडीपी बिना शर्त सरकार के साथ खड़ी हो गयी. पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने इस असंवैधानिक और मनमाना फैसला बताया.