गांधीजी के कहने पर जब चार माह बाद लोहिया ने छोड़ी सिगरेट

देश में गैर कांग्रेसवाद की अलख जगाने वाले समाजवादी नेता राम मनोहर लोहिया ने महज चार साल में भारतीय संसद को अपने मौलिक राजनीतिक विचारों से झकझोर कर रख दिया था. जवाहरलाल नेहरू के रोजाना 25 हजार रुपये खर्च करने पर सवाल उठाने की बात हो या इंदिरा गांधी को गूंगी गुड़िया कहने का साहस […]

By Prabhat Khabar Print Desk | May 5, 2019 6:58 AM
देश में गैर कांग्रेसवाद की अलख जगाने वाले समाजवादी नेता राम मनोहर लोहिया ने महज चार साल में भारतीय संसद को अपने मौलिक राजनीतिक विचारों से झकझोर कर रख दिया था. जवाहरलाल नेहरू के रोजाना 25 हजार रुपये खर्च करने पर सवाल उठाने की बात हो या इंदिरा गांधी को गूंगी गुड़िया कहने का साहस हो, लोहिया ने बिना झिझक ये बातें कहीं.
जिस समय नेहरू को पूरा देश बड़ा नेता मान रहा था, उस वक्त लोहिया ने उन्हें देश का बीमार प्रधानमंत्री बताते हुए इस्तीफा तक मांगा था. 1962 में लोहिया फूलपुर से नेहरू के खिलाफ चुनाव लड़े. 1967 में जब हर तरफ कांग्रेस का जलवा था, तब लोहिया इकलौते ऐसे शख्स थे, जिन्होंने कहा कि कांग्रेस के दिन जाने वाले हैं और नये लोगों का जमाना आ रहा है. तब नौ राज्यों में कांग्रेस हार गयी थी.
लोहिया को अपने निजी जीवन में किसी का भी दखल बर्दाश्त नहीं था. एक बार महात्मा गांधी ने उनसे सिगरेट छोड़ने को कहा था. इस पर लोहिया ने बापू को कहा था कि सोच कर बतायेंगे. इसके तीन महीने के बाद लोहिया ने बापू से कहा कि उन्होंने सिगरेट छोड़ दी.

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