इमरान के बयान पर बोली कांग्रेस, जैश-ए-मोहम्मद की भाषा बोल रहे हैं पाक पीएम

नयी दिल्ली : पुलवामा आतंकी हमले पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान को लेकर कांग्रेस ने मंगलवार को उन पर निशाना साधते हुए कहा कि इमरान आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की भाषा बोल रहे हैं. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, खेदपूर्ण व शर्मनाक-पाक प्रधानमंत्री इमरान खान आज भी जैश-ए-मोहम्मद की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 19, 2019 7:06 PM

नयी दिल्ली : पुलवामा आतंकी हमले पर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के बयान को लेकर कांग्रेस ने मंगलवार को उन पर निशाना साधते हुए कहा कि इमरान आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की भाषा बोल रहे हैं.

पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, खेदपूर्ण व शर्मनाक-पाक प्रधानमंत्री इमरान खान आज भी जैश-ए-मोहम्मद की भाषा बोल रहे हैं. उन्होंने कहा, भूलिये मत की इंदिरा गांधी व सेना ने 1971 में पाक के दो टुकड़े कर बांग्लादेश को आजादी दिलायी थी तथा पाक के 91,000 सैनिकों ने ढाका में भारतीय सेना को आत्मसमर्पण किया था. दरअसल, इमरान खान ने पुलवामा आतंकवादी हमले में कार्रवाई योग्य जानकारी साझा करने पर साजिशकर्ताओं के खिलाफ कार्रवाई करने का मंगलवार को भारत को आश्वासन दिया. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उनके देश के खिलाफ कोई भी कार्रवाई किये जाने पर उसका जवाब दिया जायेगा. लेकिन, साथ ही बदले की कोई भी कार्रवाई किये जाने को लेकर आगाह किया. खान ने कश्मीर में गुरुवार को हुए आतंकवादी हमले में पाकिस्तान का हाथ होने के भारत के आरोपों पर राष्ट्र के नाम पैगाम में एक वीडियो संदेश के जरिये प्रतिक्रिया दी. गौरतलब है कि 14 फरवरी को पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गये थे.

खान ने कहा कि पाकिस्तान क्षेत्र में स्थिरता चाहता है. उन्होंने कहा कि वह यह बात समझते हैं कि भारत में इस साल चुनाव होने हैं और पाकिस्तान को दोषी ठहराकर लोगों के वोट हासिल करना आसान हो जायेगा. उन्होंने उम्मीद जतायी कि बेहतर समझ विकसित होगी और भारत वार्ता करने के लिए तैयार होगा. खान ने कहा कि जब भी कश्मीर में कोई घटना होती है, तो भारत पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराता है और पाकिस्तान को बार-बार बलि का बकरा बनाता है. उन्होंने कहा, अफगानिस्तान मामले की तरह कश्मीर मामला भी वार्ता के जरिये सुलझेगा. इमरान ने कहा, यदि आपके पास किसी पाकिस्तानी की संलिप्तता के बारे में ऐसी कोई खुफिया जानकारी है जिसके आधार पर कार्रवाई की जा सकती है, तो वह जानकारी हमें दीजिये. मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि हम कार्रवाई करेंगे. हम ऐसा इसलिए नहीं करेंगे क्योंकि हम दबाव में हैं, बल्कि हम इसलिए ऐसा करेंगे क्योंकि वे पाकिस्तान के दुश्मनों की तरह काम कर रहे हैं.

उन्होंने कहा, मैं भारतीय मीडिया के माध्यम से सुन और देख रहा हूं कि नेता पाकिस्तान से बदला लेने की अपील कर रहे हैं. यदि भारत सोचता है कि वह पाकिस्तान पर हमला करेगा, तो हम केवल सोचेंगे नहीं, बल्कि जवाब देंगे. खान ने कहा, जंग शुरू करना हमारे हाथ में है, यह आसान है, लेकिन इसे समाप्त करना हमारे हाथ में नहीं है और कोई नहीं जानता कि क्या होगा. उन्होंने कहा, यहां से किसी व्यक्ति का बाहर जाकर आतंकवाद फैलाना हमारे हित में नहीं है और न ही यह हमारे हित में है कि कोई यहां आकर आतंकवादी गतिविधियां करे. खान ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद पर भारत के साथ वार्ता के लिए तैयार है. उन्होंने कहा, मैं स्पष्ट रूप से कहता हूं कि यह नया पाकिस्तान है और एक नयी मानसिकता है. खान ने कहा, आतंकवाद एक बड़ा मुद्दा है जिसका यह क्षेत्र सामना कर रहा है और हम इसका खात्मा करना चाहते हैं. उन्होंने कहा, यदि कोई (कहीं आतंकवादी हमले करने के लिए) पाकिस्तानी सरजमीं का इस्तेमाल कर रहा है, तो वह हमारा दुश्मन है. यह हमारे हितों के खिलाफ है.

खान ने कहा कि उन्होंने भारत के आरोपों पर प्रतिक्रिया इसलिए नहीं दी थी क्योंकि वह देश में सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान की यात्रा के चलते व्यस्त थे. पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा, भारत ने बिना किसी सबूत के और यह सोचे बिना पाकिस्तान पर आरोप लगाये हैं कि इससे (हमले से) हमें कैसे लाभ होगा. खान ने कहा, क्या कोई मूर्ख होगा जो सऊदी युवराज जैसे महत्वपूर्ण व्यक्ति की यात्रा के समय इस तरह का विध्वंसक कृत्य करेगा. उन्होंने कहा, हम पिछले 15 साल से आतंकवाद के खिलाफ लड़ रहे हैं. इस प्रकार की घटनाओं से पाकिस्तान को कैसे लाभ होगा? खान ने कश्मीर मामले पर कहा, कश्मीरी अब मौत से नहीं डरते. इसके पीछे कोई तो कारण होगा. क्या भारत में इस पर चर्चा नहीं होनी चाहिए? दुनिया में कौन सा कानून हर किसी को जज और जूरी बनने की इजाजत देता है? उन्होंने सवाल किया कि क्या भारत सेना के जरिये मामला सुलझाना चाहता है? इससे कभी सफलता नहीं मिली है.

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