अंधविश्वास में फंसे लोगों ने गड़ा धन पाने के लिए नाबालिग लड़की के साथ किया बार-बार रेप

इंदौर : प्रगतिशीलता के तमाम दावों के बावजूद आज भी देश में लोग तंत्र-मंत्र के अंधविश्वास में पड़े हैं. इसका ताजा तरीन उदाहरण इंदौर में देखने को मिला है, जहां गड़ा धन दिलाने के नाम पर 14 वर्षीय लड़की के साथ बार-बार दुष्कर्म किया गया और उसे अमानवीय यातनाएं दी गयीं. इस मामले में पुलिस […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 6, 2018 4:56 PM


इंदौर :
प्रगतिशीलता के तमाम दावों के बावजूद आज भी देश में लोग तंत्र-मंत्र के अंधविश्वास में पड़े हैं. इसका ताजा तरीन उदाहरण इंदौर में देखने को मिला है, जहां गड़ा धन दिलाने के नाम पर 14 वर्षीय लड़की के साथ बार-बार दुष्कर्म किया गया और उसे अमानवीय यातनाएं दी गयीं.

इस मामले में पुलिस ने एक ही परिवार के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों में दो महिलाएं हैं. गांधी नगर थाना प्रभारी नीता डेरवाल ने बताया कि गहरे अंधविश्वास से जुड़े मामले में अजय सोनाने (23), उसकी मां सुनीता सोनाने (40) और युवक की दादी गीता सोनाने (65) को गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने आरोपों के हवाले से बताया कि पिछले कुछ महीनों के दौरान अजय ने तंत्र-मंत्र के नाम पर 14 वर्षीय लड़की से कई बार दुष्कर्म किया और उसे अमानवीय यातनाएं दीं. युवक की मां और दादी ने इस घिनौने अपराध में उसकी मदद की.

थाना प्रभारी ने बताया कि मामले में बलात्कार, धमकाये जाने और अन्य आरोपों से जुड़ी भारतीय दंड विधान की सम्बद्ध धाराओं के साथ लैंगिक अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो एक्ट) के तहत मामला दर्ज किया गया है. विस्तृत जांच जारी है. बच्चों के हितों में काम करने वाली गैर सरकारी संस्था चाइल्डलाइन ने मामले का भंडाफोड़ करते हुए पीड़ित लड़की की मदद की. चाइल्डलाइन की स्थानीय इकाई के निदेशक वसीम इकबाल ने बताया कि लड़की के जन्म के समय उसके पैर मां की कोख से पहले बाहर आये थे. यह बात उसके पड़ोसी अजय के परिवार को पता थी. इकबाल ने कहा, "अजय और उसके परिजनों ने लड़की के परिवार को कथित तौर पर यह कहकर झांसे में लिया कि पैरों की ओर से जन्म लेने की उसकी विलक्षण खूबी के कारण तंत्र-मंत्र के जरिये उससे गड़े धन का सुराग हासिल किया जा सकता है."

उन्होंने कहा, "लड़की की काउंसलिंग के दौरान हमें पता चला कि तंत्र-मंत्र के नाम पर उसे नशीली दवा पिलाकर श्मशान और अन्य स्थानों पर उससे कई बार दुष्कर्म किया गया. उसे जलती अगरबत्ती से दागा जाता था और कील लगे चाबुक भी मारे जाते थे." इकबाल ने बताया कि अजय और उसके परिजनों की अमानवीय यातनाओं के बाद जब लड़की की तबीयत बेहद खराब हो गयी, तब भी उसके परिवारवालों का अंधविश्वास दूर नहीं हुआ.

उन्होंने बताया, "लम्बे समय तक नशीली दवा दिये जाने के कारण अक्सर खोयी-खोयी रहने वाली लड़की को उसके परिवारवाले एक अन्य तांत्रिक के पास ले गये. इस तांत्रिक ने लड़की पर भूत-प्रेत का साया बताकर उसे बेड़ियों में जकड़ दिया. हमारी टीम ने तीन दिन पहले लड़की को इस बंधन से आजाद कराया और उसकी आपबीती जानी." इकबाल ने यह भी बताया, "मामले का मुख्य आरोपी अजय कोई और नहीं, बल्कि लड़की का मुंहबोला भाई है और वह उसे राखी भी बांधती थी.’

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