सबरीमला में अभूतपूर्व सुरक्षा इंतजाम, कोच्चि हवाईअड्डे से बाहर नहीं निकल सकीं तृप्ति देसाई

निलक्कल (केरल) : सबरीमला मंदिर दो महीने तक चलने वाली पूजा के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच शुक्रवार शाम को एक बार फिर खुलेगा. वहीं भगवान अयप्पा के श्रद्धालु मंदिर में माहवारी आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ अब भी अड़े हुए हैं. कोच्चि के नेदुमबासरी हवाई अड्डे पर नाटकीय घटनाक्रम देखने को […]

By Prabhat Khabar Print Desk | November 16, 2018 2:34 PM

निलक्कल (केरल) : सबरीमला मंदिर दो महीने तक चलने वाली पूजा के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच शुक्रवार शाम को एक बार फिर खुलेगा. वहीं भगवान अयप्पा के श्रद्धालु मंदिर में माहवारी आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ अब भी अड़े हुए हैं. कोच्चि के नेदुमबासरी हवाई अड्डे पर नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला जब सामाजिक कार्यकर्ता तृप्ति देसाई को उनकी छह महिला साथियों के साथ बाहर नहीं निकलने नहीं दिया गया . तृप्ति ने मंदिर में प्रार्थना करने का संकल्प लिया है.

बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने अयप्पा के मंत्रोच्चार के साथ प्रदर्शन किया. देसाई और उनकी सहयोगियों को करीब सात घंटे तक हवाईअड्डे के
भीतर रोक कर रखा गया. स्थिति से निपटने के लिए बड़ी तादाद में पुलिसकर्मी हवाई अड्डे के घरेलू टर्मिनल पर मौजूद थे. एक ओर श्रद्धालु इस बात पर अड़े हुए हैं कि उन्हें हवाईअड्डे से बाहर नहीं आने दिया जाएगा. वहीं देसाई का कहना है कि मंदिर में दर्शन किए बिना लौटने का कोई सवाल ही नहीं उठता है. मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं को प्रवेश की अनुमित देने के उच्चतम न्यायालय के 28 सितंबर के फैसले के बाद मंदिर तीसरी बार खुलेगा. सबरीमला मंदिर “मंडला मक्काराविल्लकु” के लिए आज शाम पांच बजे खुलेगा.
इसे देखते हुए मंदिर के अंदर और आस-पास पुलिसकर्मियों की बड़ी तादात में तैनाती की गई है. इससे पहले दो बार मंदिर खुलने के दौरान काफी विरोध प्रदर्शन हुए थे जिसके चलते इस बार सुरक्षा बढ़ा दी गई है. पुलिस महानिरीक्षक विजय सलीम ने पुलिसकर्मियों से सबरीमला में सख्त ड्रेस कोड का पालन करने को कहा है. हालांकि, मंदिर तक जाने वाली 18 सीढ़ियों पर मौजूद रहने वाले कर्मियों को इससे छूट दी गई है. महिला पुलिसकर्मी और 860 महिला सिविल पुलिस अधिकारियों समेत करीब 15,000 कर्मियों की इस दौरान तैनाती की जाएगी.

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