मी टू : एक्शन में सरकार जांच कमेटी बनाने का एलान, केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी लायेंगी कैबिनेट में प्रस्ताव

नयी दिल्ली : ‘मी टू’ कैंपेन के तहत सामने आ रहे मामलों की जनसुनवाई के लिए केंद्र सरकार सेवानिवृत्त न्यायाधीशों और विधि विशेषज्ञों की चार सदस्यीय समिति गठित करेगी. यह एलान केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने शुक्रवार को किया है. उन्होंने कहा कि समिति बनाने का प्रस्ताव मंत्रिमंडल के सामने रखा […]

By Prabhat Khabar Print Desk | October 13, 2018 12:33 AM
नयी दिल्ली : ‘मी टू’ कैंपेन के तहत सामने आ रहे मामलों की जनसुनवाई के लिए केंद्र सरकार सेवानिवृत्त न्यायाधीशों और विधि विशेषज्ञों की चार सदस्यीय समिति गठित करेगी. यह एलान केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने शुक्रवार को किया है. उन्होंने कहा कि समिति बनाने का प्रस्ताव मंत्रिमंडल के सामने रखा जायेगा.
यह वरिष्ठ न्यायाधीशों और कानूनी विशेषज्ञों वाली समिति ‘मी टू’ से उत्पन्न सभी मुद्दों को देखेगी. न्यायाधीशों और विशेषज्ञों का यह समूह कुछ मामलों की स्वतंत्र रूप से जांच करेगा और केंद्र सरकार को सलाह देगा.
मेनका ने कहा कि यौन शोषण की शिकायतों को लेकर जो महिलाएं सामने आयी हैं, मुझे उन पर विश्वास है. मैं प्रत्येक शिकायतकर्ता की पीड़ा और सदमा समझ सकती हूं. और भी महिलाओं को आगे आना चाहिए तथा इन ‘राक्षसों’ के नाम सामने लाकर उन्हें शर्मसार करना चाहिए. इससे नाम सामने लाने और शर्मसार करने से महिलाओं ने जो दर्द सहा है, वह कुछ कम होगा और दूर तक इसका असर दिखेगा.
मेनका का यह बयान ऐसे वक्त में आया है, जब केंद्र सरकार के ही विदेश राज्य मंत्री एमजे अकबर के खिलाफ नौ महिलाओं ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाये हैं और विपक्ष ने मामले की जांच की मांग उठायी है. मंत्री एमजे अकबर फिलवक्त नाइजीरिया के सरकारी दौरे पर है. उनके रविवार तक लौटने का अनुमान है. पहले उनके बुधवार को लौटने की संभावना जतायी गयी थी.
उधर, इंदौर में भाजपा के एक कार्यक्रम में मी टू अभियान के बारे एक महिला श्रोता के सवाल पर संक्षिप्त जवाब में कहा कि देश में महिलाओं की सुरक्षा के लिए पुलिस प्रणाली और न्यायिक तंत्र में सख्त कानूनी प्रावधान हैं. अगर कोई भी महिला कानूनी संरक्षण चाहती है, तो वह नजदीकी पुलिस थाने जा सकती है और वह इंसाफ पाने के लिए अदालत का दरवाजा भी खटखटा सकती है.
अकबर के बचाव में आगे आयी भाजपा महिला नेता : इस बीच, मध्य प्रदेश भाजपा महिला विंग की अध्यक्ष लता केलकर ने मंत्री एमजे अकबर का बचाव किया है. उन्होंने कहा कि मैं मी टू कैंपेन का स्वागत करती हूं. हालांकि, मुझे नहीं लगता कि महिला पत्रकार इतनी नादान होती हैं कि कोई उनका गलत इस्तेमाल कर सके.
राहुल गांधी ने कहा, यह सीखने का वक्त है : कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मी टू कंपेन का समर्थन किया है. उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट किया कि यह सीखने का वक्त आ चुका है कि महिलाओं को किस तरह इज्जत और सम्मान दिया जाए. मैं खुश हूं कि उन लोगों को अब रास्ता मिल रहा है, जिनके लिए पहले सब कुछ बंद था. सच को जोर से बताने की जरूरत है और बदलाव के लिए चीजों को सही क्रम में लाना होगा.
कांग्रेस ने एमजे अकबर से मांगा इस्तीफा : कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने शुक्रवार को कहा कि ‘मी टू’ अभियान के तहत लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों में फंसे पत्रकार से केंद्रीय मंत्री बने एमजे अकबर सफाई दें, ताकि समाज भी किसी निर्णय पर पहुंच सके. अगर वह जवाब नहीं देते या जवाब नहीं देना चाहते, तो यह स्पष्ट हो जायेगा कि वह जो व्यथा उजागर की गयी है, उनमें सच्चाई है. ऐसे में इस्तीफा देना चाहिए.
अकबर पर फैसला करना पीएम का काम : राज्यसभा सदस्य एवं भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा कि एमजे अकबर के बारे में फैसला करना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काम है, क्योंकि उन्होंने ही अकबर को नियुक्त किया है. मैं इस पर सार्वजनिक बयान नहीं दूंगा.
यहां करें शिकायत : किसी भी क्षेत्र में काम करने वाली महिलाएं यौन उत्पीड़न की शिकायत शी बॉक्स के जरिये www.shebox.nic.in और एमआईएन-डब्ल्यूसीडी@एनआईसीडॉटइन पर दर्ज करा सकती हैं. मंत्रालय प्रत्येक मामलों को बारीकी से देखेगा.
चार रिटायर्ड जजों की कमेटी करेगी सुनवाई
यौन शोषण के आरोपों को गंभीरता से लेना चाहिए, क्योंकि महिलाएं अक्सर बाहर बोलने से घबराती हैं
कई पुरुष, जो ऊंचे ओहदे पर होते हैं, अक्सर ऐसा करते हैं और राजनीति या कंपनियों में भी ऐसा होता है

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