कर्नाटक : पहले राहुल और फिर मोदी ने देवेगौड़ा से फोन पर की बात

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जनता दल सेकुलर के अध्यक्ष व पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा से फोन पर उनसे बात की. प्रधानमंत्री देवेगौड़ा का अाज 18 मई को जन्मदिन है और वे 85 वर्ष को हो गये हैं. प्रधानमंत्री ने उन्हें स्वस्थ व दीर्घायु जीवन की शुभकामनाएं दीं. मालूम हो कि इससे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 18, 2018 10:25 AM

नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज जनता दल सेकुलर के अध्यक्ष व पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा से फोन पर उनसे बात की. प्रधानमंत्री देवेगौड़ा का अाज 18 मई को जन्मदिन है और वे 85 वर्ष को हो गये हैं. प्रधानमंत्री ने उन्हें स्वस्थ व दीर्घायु जीवन की शुभकामनाएं दीं. मालूम हो कि इससे पहले कल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी देवेगौड़ा से फोन पर बात की थी. कर्नाटक में सत्ता की उलझी गुत्थी के बीच प्रधानमंत्री मोदी व राहुल गांधी द्वारा देवेगौड़ा से बात किये जाने से राजनीतिक कयासों का दौर जारी है. प्रधानमंत्री मोदी लगातार देवेगौड़ा के प्रति सम्मान प्रकट करते रहे हैं और विरोधी दलों पर उनका अपमान करने का अारोप लगाते रहे हैं. देवेगौड़ा गुरुवार को तिरुपति बालाजी के दर्शन के लिए बालाजी देवस्थान भी पहुंचे थे.

राहुल की बातचीत का ब्यौरा नहीं

कर्नाटक में सत्ता को लेकर संघर्ष के बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुुरुवार को जनता दलसेकुलरके प्रमुख एचडी देवगौड़ा से फोन पर बातचीत की. ऐसा समझा जाता है कि दोनों नेताओं ने राज्य के राजनीतिक हालात पर चर्चा की. सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि राहुल ने पूर्व प्रधानमंत्री से टेलीफोन पर बातचीत की. लेकिन, दोनों नेताओं के बीच क्या बातचीत हुई इसके बारे में कोई ब्योरा उपलब्ध नहीं है. भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा को राज्यपाल वजुभाई वाला द्वारा सरकार बनाने का निमंत्रण दिये जाने के खिलाफ कांग्रेस और जदएस उच्चतम न्यायालय में मिलकर कानूनी लड़ाई लड़ रही है.

येदियुरप्पा नेगुरुवारको कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और उनसे राज्यपाल ने 15 दिन में बहुमत साबित करने को कहा है. सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस और जदएस अपने विधायकों को लेकर चिंतित है. उनका मानना है कि भाजपा केंद्रीय एजेंसियों और राज्य के तंत्र का इस्तेमाल करके उन्हें तोड़ लेगी. ऐसा समझा जाता है कि दोनों पार्टियों ने अपने विधायकों को राज्य के लक्जरी रिसॉर्ट में रखा है और वे मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले का इंतजार कर रहे हैं.

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