Buxar News: हुजूर की आमद मरहबा की सदा से गूंजा शहर
गंबर मोहम्मद साहब के यौमे पैदाइश की याद में शुक्रवार को ईद मिलादुन्नबी का पर्व उत्साह के साथ मनाया गया
बक्सर . पैगंबर मोहम्मद साहब के यौमे पैदाइश की याद में शुक्रवार को ईद मिलादुन्नबी का पर्व उत्साह के साथ मनाया गया. इस मौके पर शहर समेत जिले भर में जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाले गए तथा अमन व शांति के पैगाम दिए गए. अकीदतमंदों के हुजूर की आमद मरहबा-सरकार की आमद मरहबा के सदा से पूरा शहर गूंज उठा. अलग-अलग जगहों से निकाले गए जुलूस नगर भ्रमण किया और पैगंबर-ए-इस्लाम मोहम्मद साहब का संदेश दिया. जुलूस में शामिल युवकों का उत्साह परवान पर था. ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर रोटरी परिवार, मानवाधिकार एवं साबित खिदमत फाउंडेशन ने समरसता और शांति का पैगाम दिया. भारत की गंगा-जमुनी तहज़ीब की मिसाल पेश करते हुए संगठनों ने कहा कि जिस तरह यहां सभी धर्मों के लोग मिलकर रहते हैं, वैसा उदाहरण दुनिया में कहीं और मुश्किल से मिलता है. इस मौके पर रोटरी अध्यक्ष एवं मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय प्रदेश सचिव डॉ. दिलशाद आलम ने कहा कि “इस्लाम अमन और इंसानियत का धर्म है. हमारे नबी हज़रत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का पैग़ाम पूरी दुनिया के लिए शांति और भाईचारे का संदेश है.” उन्होंने बताया कि संगठन लगातार सेवा कार्यों में सक्रिय है. हाल ही में पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत सामग्री विशेष ट्रेन से भेजी गई. वहीं, युवा वर्ग को जोड़ने के लिए भी नई टीम तैयार की जा रही है. कार्यक्रम में डॉ. खालिद ने कहा कि “रसूल की आमद ही इंसानियत के लिए अमन का पैगाम है. हमारे हुजूर ने भूखे को खिलाने और गरीबों की मदद करने की मिसाल पेश की.” ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर नबी-ए-करीम की 1500 वीं पैदाइश का जश्न मनाया गया. पूरे मुस्लिम समाज ने अमन-चैन और भाईचारे का संदेश दिया. मौके पर लल्लू जी, कल्लू, महताब, नजीर, मुख्तार अंसारी, नन्हे, एखलाक सहित अन्य लोग मौजूद रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
