शिक्षक अपने अंदर शिक्षकत्व को रखें जिंदा : डॉ ओमप्रकाश

5 सितंबर शिक्षक दिवस शताब्दी वर्ष 2025 के अवसर पर दिनकर भवन बेगूसराय में बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ बेगूसराय के द्वारा आयोजित सम्मान समारोह का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर मुख्य अतिथि क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक मुंगेर प्रमंडल मुंगेर डॉ ओमप्रकाश, डीइओ मनोज कुमार,बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष डा. सुरेश प्र.राय,प्रमंडल सचिव श्यामनंदन सिंह, जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष उमानंद चौधरी ने सामूहिक रुप से किया.

By MANISH KUMAR | September 5, 2025 9:39 PM

बेगूसराय. 5 सितंबर शिक्षक दिवस शताब्दी वर्ष 2025 के अवसर पर दिनकर भवन बेगूसराय में बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ बेगूसराय के द्वारा आयोजित सम्मान समारोह का उद्घाटन दीप प्रज्वलित कर मुख्य अतिथि क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक मुंगेर प्रमंडल मुंगेर डॉ ओमप्रकाश, डीइओ मनोज कुमार,बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष डा. सुरेश प्र.राय,प्रमंडल सचिव श्यामनंदन सिंह, जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष उमानंद चौधरी ने सामूहिक रुप से किया। आगत अतिथियों के द्वारा सर्वपल्ली डा.राधाकृष्णन, राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर, स्व.जगदीश शर्मा एवं शहीद गंगोत्री सिंह के प्रतिमा पर पुष्पांजलि एवं माल्यार्पण किया गया। मंगलाचरण के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई. संगीत शिक्षक रुपेश कुमार, सचिन कुमार एवं उनके टीम द्वारा स्वागत गान प्रस्तुत किया गया। स्वागत भाषण करते हुए जिला सचिव रंजीत कुमार ने सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन एवं शिक्षकों के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए डा. राधाकृष्णन के जीवनी पर विस्तृत रूप से प्रकाश डाला. इस अवसर मुख्य अतिथि क्षेत्रीय शिक्षा उपनिदेशक मुंगेर प्रमंडल डा.ओमप्रकाश,जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार, माध्यमिक शिक्षक संघ के राज्य उपाध्यक्ष सुरेश प्र.राय,प्रमंडल सचिव श्यामनंदन सिंह,जीडी काँलेज के प्राध्यापक प्रो.शशिकांत पांडे,जिला माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष उमानंद चौधरी को अंगवस्त्र से सम्मानित किया गया. इस अवसर पर माध्यमिक परीक्षा में टॉपर यूएच एस सिउरी विद्यालय छात्रा कृतिका शर्मा एवं उस सलोना बखरी विद्यालय के छात्र नवनीत कुमार को सम्मानित किया गया। उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रॉपर राजेश्री उच्च माध्यमिक विद्यालय चेरिया बरियारपुर के छात्र हर्ष राज, आरजेडी इंटर कॉलेज बिशुनपुर बेगूसराय के छात्र सुमित कुमार तथा राजकीय दुर्गा उच्च माध्यमिक विद्यालय मेघवाल की छात्रा खुशी कुमारी को सम्मानित किया गया. इसके यात्री सेवानिवृत्ति शिक्षकों लिपिको एवं परिचारियों को भी सम्मानित किया गया. नवचयनित एचएम प्रज्ञा ने उत्क्रमित विद्यालयों में भवन एवं वर्ग कक्षा की समस्या से अधिकारियों को अवगत कराया. आरडीडी मुंगेर ने कहा कि डॉ राधाकृष्णन एक शिक्षक ही नहीं बल्कि एक दार्शनिक भी थे. प्रमंडल सचिव श्याम नंदन बाबू ने कहा कि शिक्षक अपने अंदर शिक्षकत्व को मरने नहीं दें. यह काफी प्रेरणादायक संदेश है. सबसे पुराना एवं नोबल प्रोफेशन शिक्षक का है. पूरे संसार में शिक्षक एक सम्मानित पेशा है. आप सबसे अधिक चैलेंजिंग काम कर रहे हैं. रॉ मैटेरियल को तैयार करना कठिन कार्य है. आप सम्मानित पद पर हैं. शिक्षकों के सामने चुनौतियां भी हैं. शिक्षा के बिना देश एवं समाज का विकास अधूरा है. शिक्षा के बिना संस्कार और संस्कृति की कल्पना नहीं की जा सकती है. उत्क्रमित विद्यालयों में भूमि एवं भवन की समस्या सामने आई है. भूमि से संबंधित समस्या डीएम के साथ मिलकर कोऑर्डिनेशन कमिटी में सीओ के द्वारा हल किया जा सकता है. सरकार एवं विभाग के द्वारा निर्धारित नीतियों को हम लोग लागू करते हैं. नीति निर्धारण करना अधिकारियों के कार्य क्षेत्र में नहीं है। विभागीय निर्देशों के आलोक में शिक्षकों की हर समस्या का हल किया जाएगा. हमारे स्टार की कोई अगर समस्या है तो जिला शिक्षा पदाधिकारी के माध्यम से लिखित रूप से आवेदन दें. प्रभार की समस्या का भी समाधान किया जाएगा. शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षकों से इंटरेक्ट होने का मौका मिला. यहां आकर काफी खुशी मिली. जिला शिक्षा पदाधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि डा. राधाकृष्णन ने कहा था कि मेरा जन्मदिन शिक्षक दिवस के रुप में मनाया जाएगा. वे महान विभूति थे.शिक्षकों सम्मान देते रहूंगा. शिक्षकों के समस्याओं का यथाशीघ्र समाधान करने का प्रयास करता हूँ. सरकार ने विद्यालयों को चिन्हित कर उत्क्रमित किया है, भवन का अभाव है. जिन विद्यालयों में भूमि उपलब्ध है वहां भवन का निर्माण किया जाएगा. जहाँ भूमि नहीं है वहाँ समय लगेगा. प्रमंडलीय सचिव श्यामनंदन सिंह ने सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन के जन्मदिन के अवसर पर शिक्षकों का सम्मान करते हुए उनके महत्व का वर्णन किया. उन्होंने अनेक प्रेरक प्रसंगों को वर्णन करते हुए शिक्षकों को प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि अपने अंदर शिक्षकत्व को मरने नहीं दें। आपको हर जगह सम्मान मिलेगा. अपने कर्तव्य के प्रति सदा सजग रहे. शिक्षकों के प्रमोशन की समस्या को उन्होंने उठाया. बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष डॉ सुरेश प्रसाद ने सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन प्रति सामान व्यक्त करते हुए कहा कि बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ की स्थापना वर्ष 1925 में हुई थी. स्थापना का शताब्दी वर्ष 2025 है. शिक्षकों के इतिहास का वर्णन करते हुए कहा कि एक समय था बिहार के शिक्षकों को सेंट्रल स्कूल के शिक्षक की तरह वेतन एवं छुट्टियां मिलती थी. भूतपूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा के शिक्षा के प्रति योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. उन्होंने कहा कि शिक्षकों के योग्यता पर प्रश्न उठाए गए. एक समय ऐसा भी आया की 6000–7000 हजार रुपयेके मानदेय पर पर शिक्षकों की बहाली हुई. शिक्षकों को मात्र 16 अवकाश दिए जाते थे. उन्होंने कहा कि संपूर्ण विश्व में आकलन के क्रम में भारत में शिक्षा के स्तर में छठा स्थान प्रदान किया गया. संपूर्ण दिनकर भवन खचाखच भरा हुआ है यह आपके एकता का परिणाम है। यह शिक्षकों के लिए गर्व की बात है. उन्होंने कहा कि भारत के लोग पहले विश्व की तरफ देखते थे। आज विश्व के लोग भारत की तरफ टकटकी लगाकर देख रहे हैं। यशस्वी प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश विज्ञान एवं तकनीकी समेत हर क्षेत्र में लगातार विकास कर रहा है। उन्होंने कहा कि मिडिल स्कूल के हेडमास्टर उत्क्रमित प्लस टू स्कूलों के भी हेडमास्टर बन चुके थे. उत्क्रमित विद्यालयों में हेड मास्टर की बहाली हो गई लेकिन आज भी कुछ स्कूलों में नवनियुक्त हेडमास्टर को चार्ज नहीं दिया जा रहा है. आरडीडी एवं डीईओ महोदय से निवेदन है 15 सितंबर तक पत्र जारी कर चार्ज दिलाने का कार्य करें. शिक्षकों को हर तरह के समस्या के निदान एवं सुविधा दिलाने में माध्यमिक शिक्षक संघ की अहम भूमिका रही है. उत्क्रमित विद्यालयों में मात्र दो-तीन रूम है। शिक्षकों को परेशानी हो रही है. हम सुझाव देते हैं कि जिन विद्यालयों में भूमि नहीं है पड़ोस के वित्त रहित संस्थाओं के भूमि एवं भवन का उपयोग किया जाए. उन्होंने शिक्षक के महत्व पर प्रकाश डाला. सेवानिवृत शिक्षकों एवं कर्मचारियों को चीवर से सम्मानित किया गया. अध्यक्षीय भाषण करते हुए उमानंद चौधरी ने शिक्षकों की समस्याओं एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के अहम भूमिका को रेखांकित किया। धन्यवाद ज्ञापन राज्य कार्य समिति के सदस्य डॉ सुदर्शन ने किया. राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया. इस अवसर पर सैकड़ों की संख्या में संपूर्ण जिले के माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक,शिक्षिका, प्रधान अध्यापक, सेवानिवृत शिक्षक काफी संख्या में मौजूद थे.

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