एसएफसी गोदाम पर चावल की आपूर्ति शुरू
जिले में खरीफ विपणन मौसम 2024-25 के तहत सीएमआर (कस्टम मिल्ड राइस) आपूर्ति की तिथि बढ़ाए जाने के बाद शुक्रवार से बिहार राज्य खाद्य निगम के चिन्हित गोदामों पर चावल लेने की प्रक्रिया दोबारा शुरू कर दी गई है.
सीवान: जिले में खरीफ विपणन मौसम 2024-25 के तहत सीएमआर (कस्टम मिल्ड राइस) आपूर्ति की तिथि बढ़ाए जाने के बाद शुक्रवार से बिहार राज्य खाद्य निगम के चिन्हित गोदामों पर चावल लेने की प्रक्रिया दोबारा शुरू कर दी गई है. जिलाधिकारी डॉ. आदित्य प्रकाश के निर्देश पर गठित जांच टीम ने पहले सभी पैक्स के गोदामों में रखे धान की गुणवत्ता और स्थिति की जांच की. जांच में धान संतोषजनक पाए जाने के बाद ही चावल लेने की अनुमति दी गई और पोर्टल को खोला गया.खरीफ मौसम 2024-25 में जिले का लक्ष्य 66,635.89 टन सीएमआर आपूर्ति का रखा गया था. जिसमें से अब तक 62,699.607 टन की आपूर्ति की जा चुकी है. शेष 3,936.28 टन सीएमआर आपूर्ति के लिए तिथि 14 सितंबर तक बढ़ाई गई है.इस लक्ष्य को समय पर पूरा करने के लिए जिला प्रशासन ने सभी संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं. जिलाधिकारी ने जिला टास्क फोर्स की बैठक में कहा कि 14 सितंबर तक शत-प्रतिशत सीएमआर आपूर्ति सुनिश्चित की जाए.इस कार्य की प्रतिदिन अनुश्रवण जिला सहकारिता पदाधिकारी करेंगे.उन्होंने चेतावनी दी कि सीएमआर उठाव में किसी भी प्रकार की लापरवाही या शिथिलता पाए जाने पर संबंधित पदाधिकारियों और प्रखंड सहकारिता प्रसार पदाधिकारियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. डीएम ने निर्देश दिया कि सीएमआर संग्रहण केंद्र पर प्रतिनियुक्त गुणवत्ता नियंत्रक अनिवार्य रूप से मौजूद रहेंगे और प्रत्येक लॉट के चावल की गुणवत्ता की जांच के बाद ही उसे जमा कराया जाएगा. साथ ही सहायक गोदाम प्रबंधकों को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है कि बिना गुणवत्ता जांच के किसी भी हालत में सीएमआर स्वीकार न किया जाए.जिले में सीएमआर आपूर्ति की प्रक्रिया फिर से शुरू होने से अब पैक्स और मिलर्स दोनों को राहत मिली है.प्रशासनिक स्तर पर उम्मीद जताई जा रही है कि निर्धारित समय सीमा के भीतर शेष चावल की आपूर्ति पूरी कर ली जाएगी.इधर हर हाल में शत प्रतिशत चावल की आपूर्ति सुनिश्चित कराने के लिए सहकारिता विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है. जिला सहकारिता पदाधिकारी सौरव कुमार ने कहा कि सभी बीसीओ और पैक्स को निर्देंश दिया गया है कि ससमय चावल एसएफसी को धान मिलिंग कराकर उपलब्ध कराया जाये.अगर ऐसा नहीं होता है तो संबंधित पर कार्रवाई होगी.
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