जेल में खैनी कांड : कारा पुलिस की सतर्कता से नाकाम हुई बंदियों की चाल
कारा पुलिस की सतर्कता से नाकाम हुई बंदियों की चाल
खैनी की बेचैनी पूरी करने के लिए ऐसा षड्यंत्र रचा कि खुद ही नये कांड में फंसे प्रतिनिधि, नवादा कार्यालय. नवादा मंडलकारा में एक बार फिर कारा पुलिस की चौकसी ने बंदियों की गंदी करतूतों का भंडाफोड़ कर दिया. बुधवार को न्यायालय से पेशी कर लौट रहे दो विचाराधीन बंदी खैनी की लत (बेचैनी) पूरी करने के लिए ऐसा षड्यंत्र रच बैठे कि खुद ही नये कांड में फंस गये. प्रभारी उपाधीक्षक सुनील कुमार ने नगर थाना में लिखित आवेदन दिया है, जिसके मुताबिक, पकरीबरावां थाना क्षेत्र के असमा निवासी सदन सिंह का पुत्र सुधांशु कुमार और एरूरी निवासी आनंद पांडे का पुत्र आयुष कुमार अपने जूतों में खैनी छिपाकर जेल के भीतर ले जाने की फिराक में थे. तलाशी के दौरान दोनों के जूतों से सौ-सौ ग्राम खैनी बरामद हुई. कारा पुलिसकर्मियों की तत्परता से बंदियों की यह साजिश नाकाम हो गयी. उपाधीक्षक ने स्पष्ट कहा कि इस तरह की हरकतें न सिर्फ जेल अनुशासन का उल्लंघन हैं, बल्कि कानून व्यवस्था के लिए भी चुनौती है. दोनों बंदियों के खिलाफ कारा अधिनियम के तहत नगर थाना की पुलिस ने गुरुवार को कांड दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है. बता दें कि पिछले माह भी मुलाकाती के बहाने एक परिजन ने सर्फ के पैकेट में खैनी छिपाकर जेल में पहुंचाने की कोशिश की थी, जिसे कारा प्रबंधन ने तत्परता से विफल कर दिया था. लगातार हो रही घटनाओं के बावजूद कारा प्रशासन की सतर्कता यह साबित करती है कि जेल अनुशासन से समझौता कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. यह घटना एक बार फिर कारा प्रबंधन की चुस्ती-दुरुस्ती का प्रमाण है, जिसने बंदियों की खैनी तस्करी की कोशिश को जेल की दहलीज पर ही ध्वस्त कर दिया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
