Bhubaneswar News: बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव की दो प्रणालियां हुईं सक्रिय, ओडिशा में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी

Bhubaneswar News: आइएमडी ने बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव की दो प्रणालियां सक्रिय होने की जानकारी दी है. इससे राज्य में भारी बारिश होगी.

By BIPIN KUMAR YADAV | September 25, 2025 11:37 PM

Bhubaneswar News: भारतीय मौसम विभाग (आइएमडी) के अनुसार, राज्य में निम्न दबाव की दो प्रणालियां सक्रिय हैं. इनमें से एक प्रणाली बंगाल की खाड़ी के पश्चिमी हिस्से में बनी हुई है, जबकि दूसरी गुरुवार को मध्य बंगाल की खाड़ी में बनने की उम्मीद है. इनके प्रभाव से राज्य में व्यापक वर्षा होगी विशेषकर दक्षिणी ओडिशा में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.

मलकानगिरी, कोरापुट और रायगड़ा के लिए ऑरेंज अलर्ट

खराब मौसम की आशंका को देखते हुए आइएमडी ने मलकानगिरी जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जबकि गजपति, रायगड़ा, नवरंगपुर और कोरापुट जिलों के लिए येलो अलर्ट घोषित किया गया है. इन स्थानों पर 7 से 11 सेंटीमीटर तक वर्षा होने का अनुमान है. अन्य जिलों में भी गरज-चमक के साथ बारिश और छिटपुट आंधी-तूफान हो सकते हैं. मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि हवा की गति कई इलाकों में 30-40 किमी/घंटा और कुछ स्थानों पर 50 किमी/घंटा तक पहुंच सकती है. शुक्रवार को रायगड़ा और कोरापुट में भारी से अति भारी वर्षा की संभावना के चलते ऑरेंज अलर्ट जारी है. वहीं उत्तरी और तटीय ओडिशा के नौ जिलों में येलो अलर्ट लागू किया गया है.

मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की दी सलाह

27 सितंबर को मध्य बंगाल की खाड़ी में सक्रिय निम्न दबाव लो प्रेशर में तब्दील हो सकता है. इस कारण दक्षिणी ओडिशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश पर गहरा असर पड़ सकता है. ऐसी स्थिति में मछुआरों को समुद्र में न जाने की सख्त सलाह दी गयी है. आइएमडी भुवनेश्वर की निदेशक मनोरमा मोहंती ने कहा कि कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ दक्षिणी और आंतरिक ओडिशा में भारी वर्षा के भी आसार हैं.

हीराकुद बांध के 20 गेट खोले गये, महानदी के तटवर्ती जिलों के लिए अलर्ट जारी

ऊपरी कैचमेंट क्षेत्रों में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण हीराकुद बांध प्राधिकरण ने गुरुवार को अतिरिक्त चार गेट खोल दिये. वर्तमान में बांध के 20 गेट खुले हैं, जिनसे करीब 3.6 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. जल संसाधन विभाग के मुख्य अभियंता चंद्रशेखर पाढ़ी ने यह जानकारी दी. विभाग के अनुसार, शुक्रवार सुबह 8:00 बजे से 11 बजे के बीच मुंडली बैराज पर लगभग 6 लाख क्यूसेक पानी पहुंचने की संभावना है. हालांकि अन्य नदियों में बारिश कम होने से बाढ़ की स्थिति नहीं बनेगी, लेकिन महानदी तटवर्ती जिलों के लिए उच्च सतर्कता जारी की गयी है. प्रभावित जिलों के कलेक्टरों को अलर्ट पर रहने और स्थिति पर कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिये गये हैं.

एसआरसी ने जिलाधिकारियों को तैयारी रखने के निर्देश

मौसम विभाग की चेतावनी को लेकर गुरुवार दोपहर 12 बजे विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से 18 जिलों (नवरंगपुर, कोरापुट, मलकानगिरी, रायगड़ा, गजपति, कालाहांडी, कंधमाल, गंजाम, नयागढ़, पुरी, खुर्दा, जगतसिंहपुर, कटक, केंद्रापड़ा, जाजपुर, भद्रक, बालेश्वर और नुआपाड़ा) के कलेक्टरों के साथ संभावित स्थिति की तैयारी पर चर्चा की. बैठक में जल संसाधन विभाग के प्रमुख अभियंता, भारत मौसम विभाग की निदेशक, ओएसडीएमए के कार्यकारी निदेशक और एसआरसी कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे. एसआरसी ने कोरापुट और मलकानगिरि जिलों के कलेक्टरों को क्षेत्र में मौजूद रहकर सजग रहने के निर्देश दिये. संभावित बाढ़ से निपटने के लिए ड्रेनेज इंजीनियरों और अधिकारियों को जनशक्ति एवं उपकरणों के साथ तैयार रहने को कहा गया है. लोगों से भी सहयोग करने की अपील की गयी है.

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