Gopalganj News : जिले में वायरल फीवर से पीड़ितों की संख्या बढ़ी

Gopalganj News : सोमवार की दोपहर एक बजे थे. सदर अस्पताल के ओपीडी में मरीजों की लंबी कतार लगी थी. मरीज घंटों कतार में खड़ा होकर डॉक्टर से मिलने का प्रतीक्षा कर रहे थे. ओपीडी पूरा फुल था.

By GURUDUTT NATH | September 1, 2025 10:14 PM

गोपालगंज. सोमवार की दोपहर एक बजे थे. सदर अस्पताल के ओपीडी में मरीजों की लंबी कतार लगी थी. मरीज घंटों कतार में खड़ा होकर डॉक्टर से मिलने का प्रतीक्षा कर रहे थे. ओपीडी पूरा फुल था. अधिकतर विभागों के डॉक्टर भी मौजूद थे. सर्वाधिक भीड़ मेडिसिन विभाग में थी.

बच्चे और बुजुर्ग ज्यादा हो रहे प्रभावित

दरअसल मौसम में बदलाव के साथ जिले में वायरल फीवर का असर बढ़ने लगा है. जिला अस्पताल में रोजाना 1500 से संख्या बढ़कर चार हजार पर पहुंच गया है. इनमें तीन हजार से ज्यादा वायरल फीवर से पीड़ित हैं. अस्पताल का ओपीडी खुलने से पहले ही मरीजों की लंबी लाइन लग जाती है. बुखार, बदन दर्द, जुकाम, सिरदर्द और गले में खराश जैसे लक्षण आम हैं. खासतौर पर बच्चे और बुजुर्ग ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं.

बुखार के साथ ही मरीजों को डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड की भी हो रही जांच

ओपीडी में नंबर लगाने से लेकर डॉक्टर के चैंबर तक मरीजों को पैर रखने तक की जगह नहीं मिल पा रही. मेडिसिन में डॉ मनोरंजन कुमार व डॉ संतोष कुमार मरीजों की जांच कर रहे थे. यहां मेले जैसा हालात थे. बुखार के साथ ही मरीजों को डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड की भी जांच करायी जा रही है. भीड़ बढ़ने से सदर अस्पताल की व्यवस्थाओं पर दबाव बढ़ा है. अस्पताल प्रशासन ने अतिरिक्त इंतजाम किये हैं, जिसमें मरीजों को बेहतर सुविधा मिल सके.

हड्डी व दांत रोग के भी मरीजों की लगी रही कतार

सदर अस्पताल में हड्डी रोग विभाग में डॉक्टर रणधीर सिंह इलाज कर रहे थे. मरीजों की लंबा कतार लगी थी. सुबह सात बजे से ही मरीजों की कतार लगी थी. दोपहर एक बजे तक 56 मरीजों को देखा था. वहीं दांत विभाग में डॉ संदीप कुमार, नर्स सीमा कुमारी मरीजों की दांत की जांच में जुटे थे. 132 मरीजों के दांतों का परीक्षण हो चुका था. अभी तीन दर्जन लोग अपने बारी का इंतजार कर रहे थे, जबकि आंख विभाग में डॉ सुजीत कुमार व डॉ अरुण कुमार मरीजों की जांच में जुटे थे. अस्पताल में मरीजों की भीड़ व डॉक्टरों की जांच से भरोसा बढ़ता दिखा.

जांच व दवा वितरण में हो रही देरी

सदर अस्पताल में मरीजों और उसके परिजनों ने बताया कि अस्पताल में जांच और दवा वितरण में देर हो रही है. अस्पताल के लैब में प्रतिदिन 50 से बढ़कर लगभग 250 से ऊपर पहुंच गया है. कई बार घंटों इंतजार के बाद ही नंबर आता है. भीड़ अधिक होने से मरीजों को बैठने की जगह भी नहीं मिल रही है. मरीजों को परेशानी हो रही है. डॉक्टर डेंगू, टाइफाइड, मलेरिया के लक्षण को देख जांच करा रहे हैं.

डेंगू की जांच व इलाज भी अस्पताल में उपलब्ध

डेुगू के लक्षण मिले, तो घबराने की जरूरत नहीं है. अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ शशि रंजन प्रसाद ने बताया कि सदर अस्पताल में इलाज से लेकर जांच तक का नि:शुल्क इंतजाम है. मरीजों को भर्ती करने के लिए अलग से वार्ड बनाये गये हैं.

वायरल बुखार से बचने का करें उपाय

सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ शशि रंजन प्रसाद ने बताया कि मौसमी वायरल के मामले बढ़ रहे हैं. बचाव के लिए ताजा भोजन करें. ठंडा पानी और कटे फल न खाएं. आसपास पानी जमा नहीं होने दें. मच्छरनाशक दवाओं का छिड़काव करें.

वायरल बुखार से ऐसे करें बचाव

-अपने हाथों को बार-बार साबुन और पानी से धोएं या हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें.

-अपनी नाक, मुंह और आंखों को बार-बार छूने से बचें.

-खांसते और छींकते समय अपना मुंह और नाक ढकें.

-बीमार लोगों से दूरी बनाये रखें.-बिना धोये बर्तन या पानी की बोतलें साझा नहीं करें.

-टीकाकरण के बारे में अद्यतन जानकारी रखें.

-पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित आहार खाएं, जिसमें विटामिन और खनिज हों.

– पर्याप्त नींद लें और शरीर को आराम करने दें.

– तनाव को कम करें और विश्राम तकनीकों का पालन करें.

सांप के डसने से बच्ची को कराया गया भर्ती

प्रखंड के हरिहरपुर गांव में सोमवार की सुबह सर्पदंश की घटना सामने आयी. ग्रामीण हरिराम प्रसाद की पुत्री आयुषी कुमारी को अचानक सांप ने डस लिया. घटना के बाद परिवार में अफरा-तफरी मच गयी. परिजनों ने बिना समय गंवाये उसे तुरंत सदर अस्पताल पहुंचाया. अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों की टीम ने तत्काल जांच कर उपचार शुरू किया. त्वरित चिकित्सा के कारण आयुषी की स्थिति में तेजी से सुधार हुआ और डॉक्टरों ने उसे खतरे से बाहर बताया. परिजनों ने राहत की सांस ली.

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