पूर्व मेदिनीपुर के विभाजन की मांग तेज, दक्षिण मेदिनीपुर बनाने का प्रस्ताव
पूर्व मेदिनीपुर को विभाजित कर ‘दक्षिण मेदिनीपुर’ नाम से नया जिला बनाने की मांग जोर पकड़ रही है.
कांथी को नया जिला मुख्यालय घोषित करने की मांग
प्रतिनिधि, हल्दिया.पूर्व मेदिनीपुर को विभाजित कर ‘दक्षिण मेदिनीपुर’ नाम से नया जिला बनाने की मांग जोर पकड़ रही है. इसी मुद्दे को लेकर रविवार को रामनगर में एक विशेष बैठक आयोजित हुई, जिसमें बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, बुद्धिजीवी और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए. बैठक में वक्ताओं ने कहा कि अविभाजित मेदिनीपुर का योगदान स्वतंत्रता संग्राम से लेकर शिक्षा, स्वास्थ्य और तकनीक तक हर क्षेत्र में ऐतिहासिक रहा है. बाद में इसे पूर्व मेदिनीपुर, पश्चिम मेदिनीपुर और झाड़ग्राम में बांटा गया. अब प्रशासनिक सुविधा और विकास की दृष्टि से पूर्व मेदिनीपुर को भी छोटे जिले में बदलने की आवश्यकता महसूस की जा रही है.बैठक में प्रस्ताव रखा गया कि कांथी और एगरा महकमा मिलाकर नया दक्षिण मेदिनीपुर जिला बनाया जाये और कांथी को जिला मुख्यालय घोषित किया जाये. वक्ताओं ने तर्क दिया कि इस इलाके में दीघा जैसे बड़े पर्यटन केंद्र, जगन्नाथ धाम, ऐतिहासिक कांथी शहर, रामनगर और एगरा मौजूद हैं. यहां बड़ी आबादी निवास करती है और विकास की गति तेज करने के लिए नया जिला जरूरी है. इसी अवसर पर दक्षिण मेदिनीपुर जिला गठन समिति का गठन किया गया, जिसमें रामनगर-1 पंचायत समिति के अध्यक्ष निताई चरण सार, द्विजेंद्रनाथ गिरि, रवींद्र सार, तपन रंजीत समेत कई प्रमुख लोग शामिल हुए. समिति ने घोषणा की कि इस मांग को जल्द ही प्रशासन और राज्य सरकार के सामने रखा जायेगा. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पहले भी छोटे जिलों की पक्षधर रही हैं. उनके कार्यकाल में अलीपुरदुआर, कालिम्पोंग, झाड़ग्राम और पश्चिम बर्दवान जैसे नये जिले अस्तित्व में आये. उसी तर्ज पर पूर्व मेदिनीपुर को विभाजित कर दक्षिण मेदिनीपुर बनाने की पहल हो सकती है. स्थानीय लोगों का मानना है कि नये जिले के गठन से जनता की समस्याओं का समाधान तेजी से होगा और विकास कार्यों को गति मिलेगी. अब सबकी निगाहें राज्य सरकार के अगले कदम पर टिकी हैं.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
