मानव शरीर पंचमहाभूतों से निर्मित है एक पंचायती धर्मशाला : अनन्या शर्मा
आज लोग दूध निकालने के बाद गौ माता को सड़कों पर छोड़ देते हैं
सुपौल जिला मुख्यालय स्थित गांधी मैदान में गणेश पूजा समिति के तत्वावधान में आयोजित श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह के पंचम दिवस पर श्रद्धालु भावविभोर हो उठे. मध्यप्रदेश के सिवनी मालवा से आईं प्रसिद्ध कथा वाचिका अनन्या शर्मा ने भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न बाल लीलाओं का रसपान कराते हुए भक्ति का संदेश दिया. अपने प्रवचन में अनन्या जी ने कहा कि “मानव शरीर पंचमहाभूतों से निर्मित एक पंचायती धर्मशाला के समान है, जिसमें हम कुछ समय के लिए ही निवास करते हैं. इसका वास्तविक उद्देश्य तभी सिद्ध होता है, जब हम इसे भगवान की भक्ति और सेवा में लगाएं. उन्होंने कथा क्रम में पूतना वध, बकासुर-अघासुर वध, माखन चोरी, चंद्रमा दर्शन की जिद, वस्त्रहरण लीला और गोवर्धन पूजा जैसे प्रसंगों का जीवंत चित्रण कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया. विशेष रूप से गौ माता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि आज लोग दूध निकालने के बाद गौ माता को सड़कों पर छोड़ देते हैं, जिससे वे प्लास्टिक खाकर काल का ग्रास बन जाती हैं. उन्होंने प्रत्येक परिवार से प्रतिदिन गौ माता के लिए रोटी बनाने का आग्रह किया. गोवर्धन लीला का उल्लेख करते हुए अनन्या जी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने पर्वत, नदी और वन की पूजा कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया. इसी अवसर पर समिति द्वारा भगवान को 56 भोग अर्पित किया गया. उन्होंने समझाया कि यशोदा मैया प्रतिदिन आठ बार भोग लगाती थीं, और सात दिन तक गोवर्धन पर्व उठाने के दौरान भगवान ने कुछ भी ग्रहण नहीं किया था. इसी कारण 56 भोग की परंपरा प्रारंभ हुई. भजनों और दिव्य प्रसंगों के बीच श्रद्धालु बार-बार भावविभोर होते रहे. आयोजन की सफलता में समिति अध्यक्ष रामलखन चौधरी, उपाध्यक्ष उमेश चौधरी, सचिव ललन कुमार, उप सचिव अमित गुप्ता, कोषाध्यक्ष सुमन गुप्ता सहित नवीन गुप्ता, अभय कुमार मिश्रा बंटी, राघव राज, कुंदन कुमार, रोहित राज, राघव जायसवाल, उज्ज्वल कुमार, केशव कुमार, राहुल कुमार आदि का सराहनीय योगदान रहा.
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