Vastu Tips: सावधान! पैसे बचाने की ये 4 आदतें घर में लाती हैं नेगेटिव एनर्जी, कहीं आप भी तो नहीं कर रहे ये गलती
Vastu Tips: पैसे बचाना अच्छी बात है, लेकिन कुछ आदतें घर में नकारात्मक ऊर्जा और आर्थिक रुकावट ला सकती हैं. जानिए वास्तु के अनुसार कौन‑सी चार छोटी आदतें आपके घर की सकारात्मकता को रोकती हैं और कैसे इन्हें बदलकर खुशहाली बढ़ाई जा सकती है.
Vastu Tips: आज के समय में हर कोई अपनी कमाई का ज्यादातर हिस्सा बचत करने की सोचता है और इसके लिए हर संभव प्रयास करता है. इसके लिए खर्चों में कटौती, कोई भी जरूरी चीजों का तब तक इस्तेमाल करना जब वह यूज करने का योग्य हो, पुरानी वस्तुओं को संभालकर रखने समेत वो तमाम चीजे हैं जो वह करता है. लेकिन वास्तु के मुताबिक कुछ आदतें ऐसी भी होती हैं जो देखने में छोटी लेकिन घर की सकारात्मक ऊर्जा को रोक देती हैं. कई बार लोग पैसे बचाने के लिए जानबूझकर या आदत के कारण कई ऐसी चीजें करते हैं जो घर में नकारात्मकता और आर्थिक रुकावट का कारण बन जाता है.
पुरानी और टूटी वस्तुओं को संभालकर रखना
अक्सर लोग सोचते हैं कि यह पुरानी चीजों से काम चलाया जा सकता है. कई बार वह चीजें भावनात्मक जुड़ाव रखती है. लेकिन टूटे हुए बर्तन, फटे कपड़े, टूटे शोपीस, बंद घड़ी, खराब इलेक्ट्रॉनिक सामान और बेकार बोतलें घर में नकारात्मक ऊर्जा को जगह देती हैं. वास्तु कहता है कि टूटी और बेकार चीजें समृद्धि के मार्ग में बाधा बनती हैं. घर में ऊर्जा का प्रवाह तभी बेहतर होता है जब सामान उपयोगी और व्यवस्थित हो.
घर में रोशनी बचाने के चक्कर में कम लाइट रखना
पैसे बचाने या लाइट कम इस्तेमाल करने की वजह से कई लोग घर के मुख्य हिस्सों में कम रोशनी रखते हैं या जलाते ही नहीं हैं. लेकिन हल्की या मंद रोशनी घर में सुस्ती, उदासी और थकान का भाव पैदा करती है. विशेष रूप से घर का प्रवेश द्वार, ड्राइंग रूम और मंदिर का स्थान हमेशा रोशन होना चाहिए. वास्तु के अनुसार उजाला ही सकारात्मकता का प्रतीक है और इससे घर में खुशहाली का मार्ग खुलता है.
पुरानी या खराब घड़ी चलाते रहना या बंद घड़ी दीवार पर टांगना
वास्तु के अनुसार घड़ी समय का संकेत है और जीवन की रफ्तार से जुड़ी है. घर में बंद या धीमी घड़ी लटकाने का मतलब है रुकावट, विलंब और प्रगति में बाधा. इसे लोग अक्सर ध्यान न देने या पैसे बचाने के लिए बदलते नहीं हैं, लेकिन यह नकारात्मकता का मुख्य कारण माना गया है. समय की ऊर्जा के साथ तालमेल जरूरी है और चलती घड़ी इसका प्रतीक है.
ऐसी चीजें जमा करना जो कभी उपयोग में नहीं आती
कई घरों में लोग “कभी काम आएगा” सोच कर अनगिनत खाली डिब्बे, पुराने अखबार, बेकार प्लास्टिक, टूटे फर्नीचर जमा करके रखते हैं. वास्तु इसे क्लटर यानी अव्यवस्था कहता है. यह ऊर्जा को रोक देता है. घर जितना भरा होगा, मन उतना भारी और अवसर उतने कम होते जाएंगे. बेकार की चीजें छोड़ना ही असली आजादी है और यह मानसिक हल्कापन भी देती हैं.
