How to Make Swastik: स्वस्तिक बनाने का सही तरीका – जानें हर लाइन का अर्थ और जीवन में मायने

How to Make Swastik: घर के मुख्य दरवाजे पर स्वास्तिक बनाना सीखें और जानें इसका धार्मिक महत्व.

By Pratishtha Pawar | October 20, 2025 1:31 PM

How to Make Swastik: स्वस्तिक भारतीय संस्कृति और धर्म में एक शुभ प्रतीक माना जाता है. यह केवल एक धार्मिक चिन्ह नहीं है, बल्कि इसे सकारात्मक ऊर्जा, समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति का प्रतीक भी माना जाता है. स्वस्तिक का सही तरीके से बनाना और उसके पीछे के अर्थ को समझना बहुत महत्वपूर्ण है. आज हम आपको स्टेप-बाय-स्टेप गाइड देंगे कि कैसे स्वस्तिक बनाया जाए और इसके प्रत्येक हिस्से का क्या अर्थ है.

How to Make Swastik Step-by-step Guide with Meaning: जानें स्वस्तिक बनाने का सही तरीका स्टेप-बाय-स्टेप गाइड वो भी अर्थ सहित

How to make swastik step-by-step guide with meaning

1. Swastik Banane ka Sahi Tarika: शुरुआत एक बिंदु (Dot) से करें

स्वस्तिक बनाना हमेशा एक छोटे बिंदु से शुरू होता है. यह बिंदु ब्रह्मांड और जीवन की उत्पत्ति का प्रतीक है.

2. चार लाइनें बनाएं – धर्म, अर्थ, काम, मोक्ष

बिंदु से चार दिशाओं में लाइन खींचें. ये चार लाइनें जीवन के चार प्रमुख लक्ष्य दर्शाती हैं –

  • धर्म – नैतिकता और कर्तव्य
  • अर्थ – संपत्ति और समृद्धि
  • काम – इच्छाएं और सुख
  • मोक्ष – आध्यात्मिक मुक्ति

3. फिर चार लाइनें बनाएं – सलोक्य, सामीप्य, सारूप्य, और सयुज्य

स्वस्तिक के अगले चार कोणों में ये लाइनें खींचें. ये भगवान के साथ आध्यात्मिक संबंधों को दर्शाती हैं

  • सलोक्य यानि ईश्वर के समान लोक में होना
  • सामीप्य का अर्थ है ईश्वर के निकट होना
  • सारूप्य ईश्वर के समान रूप में होना
  • सयुज्य मतलब ईश्वर के साथ मिलन.

4. चार कोनों में बनाएं मन, बुद्धि, अहंकार और चेतना का वृत्त

स्वस्तिक के चार कोनों में छोटे वृत्त बनाएं. ये मन, बुद्धि, अहंकार और चेतना के संतुलन और नियंत्रण का प्रतीक हैं.

5. चार बिंदु जोड़ें – श्रद्धा, विश्वास, प्रेम और समर्पण

अंत में स्वस्तिक के चार किनारों पर चार छोटे बिंदु बनाएं. ये चार बिंदु श्रद्धा, विश्वास, प्रेम और समर्पण का प्रतीक हैं. इन गुणों को अपनाकर जीवन में सकारात्मक ऊर्जा और संतुलन लाया जा सकता है.

स्वस्तिक बनाते समय इसे सही दिशा और संतुलन के साथ बनाना आवश्यक है. यह सिर्फ एक चिन्ह नहीं है, बल्कि जीवन में आध्यात्मिक और मानसिक स्थिरता का प्रतीक भी है. हर घर और पूजा स्थल में इसे बनाना शुभ माना जाता है, क्योंकि यह सकारात्मकता, समृद्धि और शांति को आकर्षित करता है.

घर के मुख्य दरवाजे पर स्वास्तिक कैसे बनाएं?

मुख्य दरवाजे पर स्वास्तिक बनाने के लिए लाल चावल, हल्दी या सिंदूर का उपयोग करें. स्वस्तिक को बाहर की दिशा की ओर सही संतुलन के साथ बनाएं. इसे सुबह के समय या किसी शुभ अवसर पर बनाना अधिक शुभ माना जाता है.

स्वस्तिक किसकी निशानी है?

स्वस्तिक शुभता, समृद्धि, सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक उन्नति का प्रतीक है. यह जीवन में संतुलन, धर्म और भक्ति का प्रतीक भी माना जाता है.

सिंदूर में क्या मिलाकर स्वास्तिक बनाएं?

सिंदूर को हल्दी, चावल का आटा या थोड़े पानी के साथ मिलाकर पेस्ट तैयार करें. इससे स्वस्तिक अधिक सुंदर और टिकाऊ बनता है.

स्वस्तिक किस देवता का प्रतीक है?

स्वस्तिक विशेष रूप से भगवान गणेश और मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है. यह घर में समृद्धि, सौभाग्य और खुशहाली लाने वाला चिन्ह है.

स्वास्तिक चिन्ह का अर्थ क्या है?

स्वस्तिक जीवन के चार प्रमुख लक्ष्य – धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष – का प्रतीक है. यह श्रद्धा, विश्वास, प्रेम और समर्पण के गुणों को भी दर्शाता है.

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