बहुत तेजी से पानी न गटकें
बहुत तेजी से नीचे गिरने से शरीर मिनी शॉक में आ जाता है. नतीजतन, पेट की नसें तनावग्रस्त हो जाती हैं, जिससे लिक्विड के असंतुलन के कारण विषाक्त पदार्थों और अपच में वृद्धि होती है. इसलिए पानी को घूंट-घूंट कर पीना चाहिए.
भोजन से पहले और बाद में पानी पीना
आयुर्वेद के अनुसार, भोजन से ठीक पहले पानी पीने से पाचन कम हो जाता है और भोजन के तुरंत बाद पानी पीने से लोग मोटे हो जाते हैं. पानी और भोजन के बीच कम से कम 45 मिनट का अंतर रखना फायदेमंद होता है.
प्लास्टिक की बोतलों से पानी पीना
लंबे समय तक प्लास्टिक की बोतलों में पानी पीने से प्लास्टिक के सेवन से कैंसर जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. यह पुरुषों में कम शुक्राणुओं की संख्या और लड़कियों में जल्दी यौवन का कारण भी बन सकता है.
Also Read: Akshaya Tritiya 2023: कब है अक्षय तृतीया 22 या 23 अप्रैल? जानें सही तारीख, सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त, महत्व
खड़े होकर पानी पीने से यह शरीर के सही अंगों तक नहीं पहुंचता
क्या आप जानते हैं कि खड़े होकर पानी पीने से आपके पेट के निचले हिस्से में इसका प्रवेश नहीं होता है, जहां आप उन्हें सामान्य रूप से अवशोषित करते हैं? इस तरह से पानी का सेवन अनहेल्दी हो सकता है और कई हेल्थ प्रॉब्लम्स होने की संभावना को बढ़ सकती है. जब आप खड़े होते हैं तो पानी का सेवन आपके शरीर में सही अंगों तक पहुंचे बिना तेजी से होता है.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.