जानिए क्या है Covid-19

कोरोना वायरस से फैलने वाले Covid-19 से विश्व भर में करीब 201,500 से अधिक लोगों को संक्रमित होने की बात सामने आ रही है. Covid-19 से अभी तक विश्व में 8,000 से अधिक मौतें दर्ज की गई हैं.

By Shaurya Punj | March 18, 2020 8:16 PM

कोरोना वायरस से फैलने वाले Covid-19 से विश्व भर में करीब 201,500 से अधिक लोगों को संक्रमित होने की बात सामने आ रही है. Covid-19 से अभी तक विश्व में 8,000 से अधिक मौतें दर्ज की गई हैं. कोरोना वायरस की शुरुआत चीन से हुई थी और सबसे ज्यादा संक्रमण और मौतें वहीं देखी जा रही है. बहुत सारे मामले और घातक परिणाम अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर फैल रहा है.

Covid-19 जूनोटिक वायरस से फैलता है, जो जानवरों से मनुष्य में फैलता है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे महामारी घोषित कर दिया है. Covid-19 के शुरुआती लक्षण में बुखार, खांसी, सांस की बीमारियों, खांसी, गले में खराश और सिरदर्द होता है. आगे चलकर इस बीमारी में सांस की तकलीफ और सांस लेने में कठिनाई भी होती है.

इसके अलावा Covid-19 में निमोनिया या ब्रोंकाइटिस के लक्षण भी देखने को मिलते हैं. इस रोग की चपेट में व्यस्क और बूढ़े लोग ज्यादा आए हैं, बच्चों पर इसका प्रकोप कम देखा गया है.

COVID-19 आम तौर पर खांसने और छींकने से एक से दूसरे व्यक्ति में फैलता है. एक इंसान से 6 फीट की दूरी पर रहने वाले संक्रमित व्यक्ति से भी यह बीमारी फैलती है.

COVID-19 वैसी चीजों से भी फैलता है जो संक्रमित व्यक्ति ने छुआ है, जैसे दरवाज़े के हैंडल, एलेवेटर का बटन, इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल की गई चीजों को अगर संक्रमण मुक्त व्यक्ति छूता है तो भी वो संक्रमित हो सकता है.

Covid-19 कितना खतरनाक है इसका अंदाजा फिलहाल पूरी तरह से नहीं लगाया गया है. लेकिन ये देखा गया है कि बुजुर्गर्वग की मृत्यु दर युवा लोगों में 1% से कम है. बुजुर्ग Covid-19 से ज्यादा इसलिए भी ग्रसित हो रहे हैं क्योंकि फिलहाल Covid-19 का टीका विकसित नहीं हो सका है. व्यसकों और बुजुर्गों में रोग प्रतिरोधी क्षमता कम होती है, इसलिए वे अपने आप को Covid-19 से बचाने में असफल हो रहें हैं. वैसे रुस Covid-19 का टीका विकसित करने का दावा कर रहा है, पर आने वाले समय में ही ये पता चल पाएगा कि ये टीका कितना कारगर है.

यदि आपको शंका है कि आप Covid-19 से ग्रसित हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. डॉक्टर की दी गई सलाह के पालन के साथ साथ उनके द्वारा करवाए गए मेडिकल टेस्ट को गंभीरता से लेना चाहिए. संक्रमित होने पर आप पर संक्रमणों से निपटने के लिए परीक्षण चला सकता है.

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