शशि कपूर को मिलेगा कपूर परिवार में तीसरा दादा साहब फाल्‍के पुरस्‍कार

नयी दिल्ली : सौ से ज्यादा हिन्दी फिल्मों में अभिनय कर चुके और नमक हलाल, दीवार एवं कभी-कभी जैसी यादगार फिल्मों में अपने दमदार किरदारों के लिए पहचाने जाने वाले अभिनेता-फिल्मकार शशि कपूर को आज फिल्म क्षेत्र के देश के सबसे बडे सम्मान प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के पुरस्कार के लिए चुना गया. गुर्दे की तकलीफों […]

By Prabhat Khabar Print Desk | March 23, 2015 6:08 PM
नयी दिल्ली : सौ से ज्यादा हिन्दी फिल्मों में अभिनय कर चुके और नमक हलाल, दीवार एवं कभी-कभी जैसी यादगार फिल्मों में अपने दमदार किरदारों के लिए पहचाने जाने वाले अभिनेता-फिल्मकार शशि कपूर को आज फिल्म क्षेत्र के देश के सबसे बडे सम्मान प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के पुरस्कार के लिए चुना गया.
गुर्दे की तकलीफों से पीडित 77 साल के अभिनेता अपने पिता पृथ्वीराज कपूर और बडे भाई राज कपूर के बाद यह सम्मान पाने वाले अपने परिवार के तीसरे सदस्य हैं. शशि कपूर फिलहाल व्हील चेयर के सहारे ही अपनी गतिविधियां चला सकते हैं. एक आधिकारिक घोषणा में कहा गया कि पुरस्कार के साथ एक स्वर्ण कमल, 10 लाख रुपये का नकद पुरस्कार और एक शॉल दी जाती है.
बयान में कहा गया कि पुरस्कार पाने वालों का चयन सरकार द्वारा स्थापित प्रतिष्ठित लोगों की एक समिति की सिफारिशों के आधार पर किया जाता है. पांच सदस्यों के निर्णायक मंडल ने पुरस्कार के लिए सर्वसम्मति से शशि कपूर के नाम की सिफारिश की जिनका वैकल्पिक अंतरराष्ट्रीय सिनेमा और थियेटर में भी उतना ही सफल करियर रहा है. वह दादा साहब फाल्के पुरस्कार पाने वाले 46 वें व्यक्ति होंगे.
प्रख्यात फिल्म अभिनेता शशि कपूर को भारतीय फिल्म जगत का सबसे प्रतिष्ठित सम्मान दादा साहेब फाल्के अवार्ड देने की घोषणा आज की गयी. कपूर ने इस महीने 18 तारीख को अपना 77वां जन्मदिन मनाया है. शशि कपूर का असली नाम बलबीर राज कपूर है. उन्होंने 40 के दशक में फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था. अपने पांच दशक से अधिक लंबे फिल्मी कैरियर में कपूर ने धार्मिक फिल्मों, रोमांटिक फिल्मों व एक्शन फिल्मों में काम किया.
वे मशहूर फिल्मकार पृथ्वीराज कपूर के सबसे छोटे पुत्र हैं, जबकि राजकपूर के छोटे भाई. उनके बडे भाई राजकपूर ने उन्हें आरंभिक दिनों में 1948 में आवारा और 1951 में आग जैसी फिल्मों में काम करने का मौका दिया. उन्होंने धर्मपुत्र, दीवार, पाप और पुण्य, रोटी कपडा और मकान, सत्यम शिवम सुंदरम जैसी फिल्मों में काम किया.
पिछले सप्ताह उनके जन्मदिन के मौके पर उन्हें फिल्म जगत ने गरिमा भरी शुभकामनाएं दी. उन्होंने फिल्म डायरेक्टर व असिस्टेंट डायरेक्टर के रूप में भी काम किया. उन्होंने रेखा, जीनत अमान, परवीन बॉबी, शर्मिला टाइगोर, हेमा मालिनी, मौसमी चटर्जी जैसी अभिनेत्रियों के साथ फिल्में की. उन्होंने ब्रिटिश अभिनेत्री जेनिफर केंडल से विवाह किया था. उनकी बेटी संजना कपूर रंगमंच से जुडी हुईं हैं और पृथ्वी थियेटर का संचालन करती हैं. 2012 का दादा साहेब फाल्के पुरस्कार अभिनेता प्राण व 2013 का दादा साहेब फाल्के पुरस्कार गीतकार गुलजार को दिया गया.

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