फरहान अख्‍तर, ऐश्‍वर्या राय ने म्‍यूजिकल कंसर्ट में उठाया महिला सशक्तिकरण का मुद्दा

पिछले दिनों बाॅलीवुड की राजधानी मुंबई में एक रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन हुआ. मौका था मुंबई के बांद्रा फोर्ट एम्फीथिएटर में बहुप्रतीक्षित ललकार कंसर्ट का, जिसमें सिंगर-एक्‍टर-प्रोड्यूसर फरहान अख्तर के साथ शान, शंकर-एहसान-लॉय, आईदीवा गर्ल्स कुशा कपिला, डॉली सिंह, मेजबान शिबानी दांडेकर और गौरव कपूर ने एक भव्‍य म्‍यूजिकल परफॉर्मेंस दिया. इस दौरान ऐश्वर्या राय […]

By Prabhat Khabar Print Desk | February 21, 2019 5:15 PM

पिछले दिनों बाॅलीवुड की राजधानी मुंबई में एक रंगारंग कार्यक्रम का आयोजन हुआ.

मौका था मुंबई के बांद्रा फोर्ट एम्फीथिएटर में बहुप्रतीक्षित ललकार कंसर्ट का, जिसमें सिंगर-एक्‍टर-प्रोड्यूसर फरहान अख्तर के साथ शान, शंकर-एहसान-लॉय, आईदीवा गर्ल्स कुशा कपिला, डॉली सिंह, मेजबान शिबानी दांडेकर और गौरव कपूर ने एक भव्‍य म्‍यूजिकल परफॉर्मेंस दिया.

इस दौरान ऐश्वर्या राय बच्चन ने जावेद अख्तर द्वारा लिखी गयी कविता मर्द का पाठ किया, जिसने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. यह कविता बुराई को मिटाते हुए एक आदमी होने का सही अर्थ याद दिलाती है.

महिलाओं को सशक्त, सक्षम और रूपांतरित करने के संकल्प को समर्पित इस म्‍यूजिकल इवनिंग में बॉलीवुड सितारों ने चार चांद लगा दी.

पॉपुलर फाउंडेशन ऑफ इंडिया, फरहान अख्तर की मर्द और जाने माने फिल्म निर्माता फिरोज अब्बास खान के बीच एक अनोखे सहयोग से बहुप्रतीक्षित ललकार कंसर्ट को लेकर खुद फरहान ने कहा कि हमें लैंगिक समानता के बारे में युवा पीढ़ियों को शिक्षित करने की आवश्यकता है.

तभी हम उनसे अपेक्षित बदलाव की उम्मीद कर सकते हैं. ‘मैं कुछ भी कर सकती हूं’ सफलतापूर्वक एक प्रभावी उपकरण के रूप में इस बदलाव को शुरू करने में कामयाब रहा है. दर्शकों द्वारा दिखाये गए उत्साह से यह साबित होता है कि अब अधिक से अधिक लोग लिंग भेद के खिलाफ कदम बढ़ाने के लिए तैयार हैं.

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