गुजरात चुनाव के लिए कांग्रेस का मेनिफेस्टो जारी, जानिए किन मुद्दों पर रहा फोकस

Gujarat Election 2022: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अहमदाबाद में गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी का घोषणापत्र जारी किया.

By Samir Kumar | November 12, 2022 12:40 PM

Gujarat Election 2022: गुजरात में चुनावी बिगुल बज चुका है और सभी प्रमुख सियासी पार्टियां इस चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने के इरादे से पूरी ताकत के साथ जुटी है. इस बीच, गुजरात के लिए कांग्रेस ने शनिवार को अपना घोषणापत्र जारी कर दिया है. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अहमदाबाद में गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी का घोषणापत्र जारी किया.

गुजरात की जनता से कांग्रेस ने किए कई वादे

गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष जगदीश ठाकोर (Jagdish Thakor) ने पार्टी के घोषणापत्र (Congress Gujarat Manifesto) पर कहा कि राज्य में 12 लाख लोग कॉन्ट्रैक्ट पर हैं. सरकार में आने पर हम सबको नियमित करेंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गुजरात में कांग्रेस के सत्ता में आने के साथ ही किसानों का कर्ज माफ करेंगे. उन्होंने कहा कि बिजली का बिल माफ करेंगे और बेरोजगारी भत्ता देंगे.


घोषणापत्र तैयार करने के लिए कांग्रेस ने मांगी थी लोगों की राय

गुजरात चुनावों के लिए पार्टी के वरिष्ठ पर्यवेक्षक एवं राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि कांग्रेस ने घोषणापत्र तैयार करने के लिए राज्य के सैकड़ों लोगों की राय मांगी थी. उन्होंने कहा कि हमने बताया था कि जैसे ही कांग्रेस गुजरात में कूदेगी AAP नजर नहीं आएंगे और आज वह नजर नहीं आ रहे. अशोक गहलोत ने कहा कि मैं हिमाचल से आया हूं. ऐसा क्या कारण है कि उन्होंने वहां से अपना पूरा प्रचार वापस ले लिया? उन्होंने अपने उम्मीदवार वापस नहीं लिए. क्योंकि, आप BJP को जिताना चाह रहे हैं.

कांग्रेस के घोषणापत्र की मुख्य बातें…

कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र में 10 लाख नौकरियां, 500 रुपये में एलपीजी सिलेंडर, प्रति माह 300 यूनिट मुफ्त बिजली और बेरोजगारों को 3,000 रुपये भत्ता देने का वादा किया है.

– कांग्रेस ने तीन लाख रुपये तक का कृषि ऋण माफ करने, केजी से पीजी तक मुफ्त शिक्षा और प्रत्येक फसल के लिए एमएसपी (MSP) निर्धारित करने के लिए एक समिति गठित करने का वादा किया है.

– कांग्रेस ने घोषणापत्र में सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना (OPS) को लागू करने और सरकारी कर्मचारियों के लिए अनुबंध और आउटसोर्सिंग यानि सरकारी विभागों में काम बाहर से कराने की व्यवस्था हटाने का भी वादा किया.

गुजरात में कांग्रेस के लिए साख बचाने की चुनौती

बताते चलें कि गुजरात में एक ओर जहां सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) फिर से सत्ता में आने की पूरी कोशिश कर रही है, वहीं कांग्रेस के सामने अपनी साख को बचाने की चुनौती है. इधर, आम आदमी पार्टी (AAP) की गुजरात में एंट्री से बीजेपी और कांग्रेस दोनों के सामने परेशानी खड़ी हो गई है. दरअसल, आम आदमी पार्टी गुजरात चुनाव में बेहतर परिणाम हासिल करने के लिए पूरी ताकत के साथ जुटी हुई है.

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