DSP की ड्यूटी के दौरान आया रिजल्ट, प्रिया बन गईं SDM, MPPSC में Rank 1 टॉपर
SDM Priya Pathak Success Story: सिविल सर्विस जैसी कठिन परीक्षा को एक बार क्रैक करने में बहुत से छात्रों को सालों लग जाते हैं. ऐसे में एक नाम एसडीएम प्रिया पाठक (SDM Priya Pathak) का सामने आता है. प्रिया पाठक ने बैक टू बैक दो बार एमपी स्टेट सिविल सर्विस (MPPSC) परीक्षा क्रैक की है.
SDM Priya Pathak Success Story: मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग (MPPSC) के 2019 का रिजल्ट चार साल बाद जारी हुआ था. रिजल्ट जारी होते ही इस परीक्षा में टॉप करने वाली प्रिया पाठक (SDM Priya Pathak) के नाम की चर्चा हर तरफ होने लगती है. प्रिया पाठक ने स्टेट सिविल सर्विस की परीक्षा को दोबारा क्रैक कर लिया था. खास बात ये थी कि इससे पहले उनका चयन DSP पद पर हो गया था. आइए प्रिया पाठक की इस सफलता के पीछे के संघर्ष को करीब से जानते हैं.
SDM Priya Pathak Success Story: कौन हैं प्रिया पाठक?
प्रिया की पढ़ाई की शुरुआत सतना के सरस्वती विद्यालय से हुई, जहां उन्होंने कक्षा 1 से 5 तक शिक्षा प्राप्त की. इसके बाद उन्होंने कक्षा 6 से 12वीं तक की पढ़ाई राहिकवारा नागौद नवोदय विद्यालय से की. मेहनत और लगन के साथ उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की और आगे बढ़ते हुए जबलपुर से बीएससी बायो टेक्नोलॉजी में ग्रेजुएशन किया. यहीं से उनके मन में प्रशासनिक सेवा में जाने का सपना और भी गहरा हो गया.
MPPSC में मिली सफलता
साल 2019 में उन्होंने पहली बार MP PCS परीक्षा दी. यह उनका पहला प्रयास था और इसमें उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया. इसके बाद 2020 में भी उन्होंने परीक्षा दी, जिसमें उनका चयन डीएसपी के पद पर हुआ और उन्हें रैंक 18 मिली. हालांकि डीएसपी का पद पाना भी बड़ी उपलब्धि थी, लेकिन उनका असली सपना प्रशासनिक सेवा में जाना था. यही वजह थी कि वह 2019 के रिजल्ट का बेसब्री से इंतजार कर रही थीं.
जब 2019 का फाइनल रिजल्ट घोषित हुआ तो प्रिया ने न सिर्फ सफलता पाई बल्कि टॉपर बनकर इतिहास रच दिया. उन्हें कुल 1066 अंक मिले और उनका चयन एसडीएम के पद पर हुआ. डीएसपी के पद पर कार्यरत रहने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और प्रशासनिक सेवा की ऊंचाई हासिल कर ली.
बन गईं SDM
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग (MP PCS) 2019 का फाइनल रिजल्ट जब चार साल बाद आया तो सबसे ऊपर एक नाम चमक रहा था जो प्रिया पाठक का था. प्रिया पाठक (SDM Priya Pathak) ने न सिर्फ परीक्षा में सफलता पाई बल्कि पूरे प्रदेश में रैंक 1 हासिल कर एक नई मिसाल कायम की. फिलहाल वो SDM के पद पर तैनात हैं.
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