IAS Vishakha Yadav: CISCO की मोटी Salary छोड़ बनीं IAS, आज बदल रही हैं बच्चों का फ्यूचर
IAS Vishakha Yadav UPSC Journey Left CISCO Job: ये कहानी है आईएएस विशाखा यादव की, जिन्होंने आरामदायक नौकरी और शानदार पैकेज छोड़कर सिविल सेवा का रास्ता चुना. DTU से पढ़ाई और CISCO में नौकरी के बावजूद उनका सपना था देश की सेवा करना. इसलिए उन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी और AIR 6 रैंक हासिल करके सभी को चौंका दिया.
IAS Vishakha Yadav UPSC Journey Left CISCO Job: नौकरी और पैसा कमाना तो कोई बड़ी बात नहीं है. लेकिन देश की सेवा के लिए अपना सबकुछ छोड़ देना मुश्किल है. आज हम एक ऐसी IAS ऑफिसर की कहानी जानेंगे, जिन्होंने सिविल सेवा के लिए अपनी अच्छी-खासी नौकरी छोड़ दी. हम बात कर रहे हैं आईएएस विशाखा यादव (IAS Vishakha Yadav) की, जो अभी अरुणाचल प्रदेश के कुरुंग कामे जिले की DC के रूप में काम कर रही हैं.
विशाखा यादव के पास DTU की डिग्री और सिस्को जैसी बड़ी कंपनी की नौकरी थी. लेकिन उनका मन सिविल सेवा में आने का था. ऐसे में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और यूपीएसससी सीएसई (UPSC CSE) की तैयारी में जुट गईं. फिर एक दिन AIR 6 रैंक हासिल करके सभी को चौंका दिया. आइए, जानते हैं उनकी यूपीएससी की जर्नी और सफलता (Success Story) की कहानी.
पिता से मिली सरकारी सेवा में आने की प्रेरणा
विशाखा देश की राजधानी दिल्ली की रहने वाली हैं. उनकी पूरी पढ़ाई-लिखाई दिल्ली से हुई है. उनके पिता राजकुमार यादव एक असिस्टेंट सब -इंस्पेक्टर हैं और मां सरिता यादव गृहिणी हैं. कहीं न कहीं विशाखा को अपने पिता से ही सरकारी सेवा (Sarkari Naukri) में आने की प्रेरणा मिली.
DTU से किया बीटेक
विशाखा ने दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (DTU) से बीटेक किया है. इसके बाद पब्लिक मैनेजमेंट में मास्टर्स की डिग्री हासिल की और कुछ दिनों तक प्राइवेट सेक्टर में काम किया. इसके बाद बेंगलुरु में CISCO में अच्छी सैलरी वाली नौकरी मिली.
नौकरी छोड़कर यूपीएससी करने का फैसला
ऐसे कैंडिडेट्स जो जीरो से शुरू करते हैं, उनके लिए बेहद ये आसान होगा. लेकिन विशाखा के लिए ये आसान नहीं था, MNC की नौकरी छोड़ यूपीएससी की जर्नी शुरू करने का फैसला लेना.
बिना कोचिंग के तीसरे प्रयास में पाई सफलता
उन्होंने बिना किसी कोचिंग के तैयारी शुरू की. शुरुआत के दो प्रयास में प्रीलिम्स में असफलता हाथ लगी. लेकिन उन्होंने इस असफलता से हार नहीं मानी और निरंतर प्रयास करती रहीं. आखिरकार, अपने तीसरे प्रयास में UPSC CSE 2019 में AIR 6 रैंक के साथ सफलता हासिल कर ली. दिलचस्प बात ये है कि उन्होंने UPSC की तैयारी के लिए किसी कोचिंग का सहारा नहीं लिया था.
इनोवेशन के लिए मिला पुरस्कार
विशाखा ने अपने कंफर्टजोन से निकलकर कुछ हासिल करने का सपना देखा और आज वो IAS हैं. उनकी पोस्टिंग अरुणाचल प्रदेश में है. यहां वो अपने ड्रीम प्रोजेक्ट ‘DIGIKAKSHA’ के लिए खूब मेहनत कर रही हैं. यह एक ऐसा प्रोजेक्ट है, जिसका उद्देश्य है दूरस्थ क्षेत्रों के छात्रों को डिजिटल रूप से मजबूत और आत्मनिर्भर बनाना. विशाखा के इस काम के लिए उन्हें प्राइम मिनिस्टर अवॉर्ड फॉर एक्सीलेंस इन पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन 2024 मिला है (इनोवेशन–डिस्ट्रिक्ट कैटेगरी में) मिला है.
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