School Holidays: सितंबर में कब-कब बंद रहेंगे स्कूल? यहां देखें छुट्टियों का पूरा शेड्यूल

School Holidays: सितंबर 2025 में स्कूलों की छुट्टियां त्योहारों के साथ जुड़ी रहेंगी. ओणम, ईद-ए-मिलाद, नवरात्र और दुर्गा पूजा जैसे बड़े पर्व इस महीने में मनाए जाएंगे. अलग-अलग राज्यों में स्कूलों का अवकाश तय होगा और बच्चे परिवार संग त्योहारों का आनंद उठा सकेंगे.

By Pushpanjali | August 29, 2025 3:40 PM

School Holidays: सितंबर का महीना आते ही देशभर में त्योहारों का मौसम शुरू हो जाता है. इस साल भी सितंबर 2025 में कई बड़े धार्मिक और सांस्कृतिक पर्व मनाए जाएंगे, जिनका सीधा असर स्कूलों की छुट्टियों पर दिखेगा. बच्चों के लिए यह समय न केवल पढ़ाई से ब्रेक लेने का मौका होगा, बल्कि परंपराओं और परिवार संग त्योहारों का आनंद उठाने का भी अवसर बनेगा.

ओणम : 4 और 5 सितंबर

केरल और दक्षिण भारत के कुछ हिस्सों में ओणम बड़े उत्साह से मनाया जाएगा. 4 और 5 सितंबर को यह त्योहार भगवान महाबली की याद में मनाया जाता है. इस मौके पर घरों में पूकलम (फूलों की सजावट), वल्लमकली (नौका दौड़) और पारंपरिक भोज ‘ओणसद्या’ का आयोजन होगा. इन दिनों स्कूलों में छुट्टियां रहेंगी और बच्चों को सांस्कृतिक गतिविधियों से जुड़ने का अवसर मिलेगा.

ईद-ए-मिलाद : 5 और 6 सितंबर

ओणम के तुरंत बाद मुस्लिम समुदाय का बड़ा पर्व ईद-ए-मिलाद मनाया जाएगा. 5 और 6 सितंबर को पैगंबर हजरत मुहम्मद के जन्मदिन के उपलक्ष्य में जुलूस, विशेष नमाज और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित होंगे. दिल्ली, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु जैसे राज्यों में इस अवसर पर स्कूल बंद रहने की संभावना है.

नवरात्र स्थापना : 22 सितंबर

सितंबर के तीसरे सप्ताह से मां दुर्गा की भक्ति का पर्व नवरात्र शुरू होगा. 22 सितंबर को कलश स्थापना और देवी पूजन के साथ इसकी शुरुआत होगी. खासकर उत्तर भारत के राज्यों में इस दिन स्कूलों की छुट्टी रहती है ताकि परिवार धार्मिक अनुष्ठानों में शामिल हो सके.

दुर्गा पूजा : 29 और 30 सितंबर

सितंबर के अंतिम सप्ताह में दुर्गा पूजा का भव्य आयोजन होगा. 29 सितंबर को महासप्तमी और 30 सितंबर को महाष्टमी मनाई जाएगी. पश्चिम बंगाल, असम, ओडिशा और त्रिपुरा में स्कूलों की छुट्टियां रहेंगी. पंडालों की सजावट, ढाक की गूंज और सांस्कृतिक कार्यक्रम इस त्योहार को खास बनाते हैं.

कुल मिलाकर, सितंबर का महीना बच्चों और परिवारों के लिए उल्लास, भक्ति और सांस्कृतिक रंगों से भरा रहेगा.

यह भी पढ़ें: AI बनेगा गांवों का मास्टरजी, जानें कैसे बदल रही है पढ़ाई की तस्वीर

यह भी पढ़ें: Success Story: बिहार की बेटी का कमाल, गटर किनारे कपड़े बेचने वाली युवती आज अधिकारी के पद पर