एक नौकरी में सिर्फ इतना कम समय, Gen Z को लेकर चौंकाने वाले खुलासे 

Gen Z at Workplace Survey: आज के समय में युवक और युवती किसी एक प्राइवेट कंपनी में देर तक टिकने को सही नहीं मानते हैं. उनका मानना है कि वर्क लाइफ बैलेंस, करियर ग्रोथ आदि के लिए दज

By Shambhavi Shivani | September 25, 2025 3:32 PM

Gen Z at Workplace Survey: आज की युवा पीढ़ी यानी की Gen Z हर मामले में पहले के लोगों से अलग सोचती है. आज के समय में युवक और युवती किसी एक प्राइवेट कंपनी में देर तक टिकने को सही नहीं मानते हैं. पहले के लोग जहां एक ही कंपनी में 10-15 साल गुजार देते थे. वहीं अब Gen z कुछ ही सालों के अनुभव के बाद कंपनी बदल लेते हैं. भारत हो या अन्य देश, सभी जगह ऐसे ही ट्रेंड्स (Gen Z Job Trends) देखने को मिल रहे हैं.

एक कंपनी में कितने साल काम करते हैं Gen Z? 

कई रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि Gen Z मिलेनियल्स की तुलना में कम समय कंपनी को देते हैं. अमेरिकी करियर साइट CareerBuilder के अक्टूबर 2021 के डेटा के मुताबिक, Gen Z एक नौकरी में औसतन 2 साल 3 महीने बिताते हैं. यह समय मिलेनियल्स (Millennials) के मुकाबले काफी कम माना जाता है. मिलेनियल्स किसी भी नौकरी में कम-से-कम 2 साल 9 महीने का वक्त बीताते हैं. वहीं जेन X या इससे पहले के जेरनेशन के लोग तो किसी प्राइवेट नौकरी में 8 साल या इससे अधिक समय बीताते थे. वे एक ही कंपनी और एक ही पोस्ट पर बने रहते थे. 

Gen Z at Workplace Survey: नौकरी बदलना है आम बात 

वहीं एक अन्य सर्वे (Gateway Commercial Finance) के अनुसार, पता चलता है कि Gen Z के लिए नौकरी बदलना (Gen Z Job Hopping) बहुत ही सामान्य बात है. इस सर्वे में दावा किया गाय है कि अमेरिका में Gen Z प्रोफेशनल्स का औसत जॉब टेन्योर (Gen Z Job Tenure) सिर्फ 1.8 साल है.

भारत में क्या है Gen Z का हाल? 

भारत में हुए Gen Z at Workplace सर्वे (2024) में पाया गया कि यहां 47 प्रतिशत Gen Z युवा दो साल के अंदर कंपनी बदल लेते हैं. करियर ग्रोथ, वर्क लाइफ बैलेंस और नौकरी छूट जाने के डर से Gen Z नौकरियां बदल रही हैं. इस रिपोर्ट के अनुसार, 58% Gen Z अपने मौजूदा रोल को शॉर्ट टर्म मानते हैं, 47% अगले एक साल में नौकरी छोड़ने की सोच रखते हैं. वहीं 30% लोग बिना नोटिस दिए नौकरी छोड़ने को तैयार रहते हैं. 

यह भी पढ़ें- आने वाले समय में क्या Gen Z भूल जाएंगे लिखना? इस रिसर्च ने किए चौंकाने वाले खुलासे