CBSE Open Book Exam: CBSE लाएगा ओपन बुक एग्जाम, कैसे होंगे पेपर और क्या नकल पर लगेगी रोक?

CBSE Open Book Exam: CBSE 2026-27 से कक्षा 9 में ओपन बुक एग्जाम शुरू करेगा, जिसमें छात्र किताबों और नोट्स की मदद से उत्तर लिख सकेंगे. इस पहल का उद्देश्य रटने की आदत कम करके छात्रों की सोच, विश्लेषण क्षमता और समझ को मजबूत करना है.

By Pushpanjali | August 11, 2025 12:18 PM

CBSE Open Book Exam: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने एक बड़ा बदलाव करते हुए शैक्षणिक सत्र 2026-27 से कक्षा 9 में ओपन बुक एग्जाम शुरू करने का फैसला लिया है. इसका मतलब है कि अब छात्र परीक्षा के दौरान किताबों और नोट्स की मदद ले सकेंगे. यह कदम राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 और राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा (NCFSE) 2023 के तहत उठाया गया है. इसका मुख्य उद्देश्य रटने की आदत कम करके छात्रों की समझ और विश्लेषण क्षमता बढ़ाना है.

कैसे होंगे ओपन बुक एग्जाम?

कक्षा 9 के छात्रों के लिए भाषा, गणित, विज्ञान और सामाजिक विज्ञान में हर सेशन के तीन पेन-पेपर टेस्ट ओपन बुक फॉर्मेट में होंगे. ये परीक्षाएं स्कूल में आयोजित की जाएंगी. छात्र अपनी विषय की किताबें और नोट्स परीक्षा हॉल में ला सकेंगे और उनकी मदद से उत्तर लिख पाएंगे. हालांकि, किताब में मौजूद जानकारी को समझना और उसका सही विश्लेषण करके उत्तर लिखना छात्रों की सोचने-समझने की क्षमता पर निर्भर करेगा. ये परीक्षाएं आंतरिक मूल्यांकन (Internal Assessment) का हिस्सा होंगी और इनके अंक फाइनल रिजल्ट में जोड़े जाएंगे.

चीटिंग की संभावना कम

ओपन बुक एग्जाम में चीटिंग की संभावना काफी कम मानी जाती है, क्योंकि छात्रों के पास पहले से ही किताबें होती हैं. ऐसे में उनका ध्यान समय बर्बाद करने के बजाय सही और सटीक उत्तर ढूंढने पर रहेगा. साथ ही, अपने नोट्स लाने की अनुमति से छात्र उन्हें अपनी जरूरत के अनुसार तैयार कर पाएंगे.

फायदे और उद्देश्य

NCFSE के मुताबिक, इसका मकसद यह जांचना है कि छात्र किताब या नोट्स से मिली जानकारी को कैसे समझते और उसका उपयोग करते हैं।. इससे रटने की बजाय अवधारणा आधारित पढ़ाई को बढ़ावा मिलेगा.

पायलट टेस्ट का अनुभव

CBSE ने इसे लागू करने से पहले पायलट टेस्ट कराया था, जिसमें छात्रों के अंक 12% से 47% के बीच रहे. यह दिखाता है कि कई छात्रों को संसाधनों का सही इस्तेमाल करने में दिक्कत हुई. शिक्षकों का मानना है कि अभ्यास और सही मार्गदर्शन मिलने पर छात्र इसमें बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे.

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